Edited By Nitish Jamwal, Updated: 18 Jun, 2024 06:42 PM
कांग्रेस के दिग्गज नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी व हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी बुधवार19 जून को हरियाणा के मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी के माध्यम से बीजेपी ज्वाइन करेंगी। यह ज्वाइनिंग बीजेपी के दिल्ली मुख्यालय मे...
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): कांग्रेस के दिग्गज नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी व हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी बुधवार19 जून को हरियाणा के मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी के माध्यम से बीजेपी ज्वाइन करेंगी। यह ज्वाइनिंग बीजेपी के दिल्ली मुख्यालय मे होगी, जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं के अलावा ऊर्जा व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मौजूद रहेंगे।
जानकारी के अनुसार तरुण भंडारी के जरिए किरण चौधरी की अनौपचारिक रूप से मुलाकात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से हो चुकी है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस की ओर से राव दान सिंह को टिकट दिए जाने के बाद भिवानी में अपने आवास पर किरण चौधरी ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि (जिस प्रकार राव दान सिंह ने पूर्व चुनावों में हमारी मदद की थी उसी प्रकार से इनकी अच्छे तरीके से मदद करनी है।) गौरतलब है कि इससे पूर्व का चुनाव श्रुति चौधरी ने लड़ा था और वह चुनाव हार गई थी। किरण चौधरी ने वहीं नाराजगी निकाली। इस बार के चुनाव में राव दान सिंह चुनाव हार गए।
किरण चौधरी हरियाणा विधानसभा में 2014 से 2019 तक कांग्रेस विधायक दल की नेता रही हैं। वह दिल्ली में विधानसभा की डिप्टी स्पीकर रही हैं और 2004 से लेकर 2014 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा के नेतृतव में बनी कांग्रेस सरकार में विभिन्न विभागों के साथ कैबिनेट मंत्री का कार्यभार संभाल चुकी हैं।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के नवरत्नों में से एक तरुण भंडारी ने लोकसभा चुनाव से पहले नवीन जिंदल, अशोक तंवर जैसे बड़े चेहरों को बीजेपी में शामिल करवाया और इन लोगों को बीजेपी ने लोकसभा में अपनी टिकट दी, जिनमें से नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीत गए और अशोक तंवर सिरसा से चुनाव हार गए। बता दें कि तरुण भंडारी खुद कांग्रेस में 2014 से लेकर 2019 तक कोषाध्यक्ष के पद पर रहे हैं। उस समय अशोक तंवर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हुआ करते थे। उस दौरान कांग्रेस का कोष रिक्त था, लेकिन तरुण भंडारी ने अपनी समझबुझ से उस समय बिना पैसों के भी हरियाणा कांग्रेस का संचालन अच्छे से किया था।
2019 में तरुण भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की थी। तरुण भंडारी 2019 से लेकर 2024 तक हरियाणा तथा पूरे देश में कांग्रेस के 100 के करीब बड़े चेहरों को बीजेपी में शामिल करवा चुके हैं। इसीलिए जहां ये केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के बेहद करीबी है। वहीं, यह मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी के भी बेहद करीबी हो चुके हैं।
हरियाणा में मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी ने हाल ही में हिमाचल में हुए राज्यसभा चुनाव में सत्ता दल कांग्रेस में तारपिडो करते हुए 6 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकों को बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान करने के लिए चक्रव्यूह रच अपने राजनीतिक कौशल का परिचय दिया है। इसका खामियाजा उन्हें शिमला में सत्ता पक्ष की ओर से दर्ज करवाई गई एक एफआईआर में नामजद किए जाने के बाद भुगतना भि पड़ रहा है।
तरुण भंडारी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के सानिध्य और मार्ग दर्शन में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के कईं जाने-माने चेहरों के अंदर अपनी विशेष पैठ बना चुके हैं। तरुण भंडारी को केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा व्यक्तिगत रूप से जानने और पहचानने लगे हैं।
बदले हुए थे किरण चौधरी के सूर
लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस नेता किरण चौधरी के सूर लगातार बदले हुए थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा समेत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पर टिकट बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगाते हुए भविष्य में हरियाणा में कांग्रेस का भविष्य खत्म बता रही थी। इतना ही नहीं किरण चौधरी ने भूपेंद्र हुड्डा पर पार्टी के विधायकों की संख्या 67 से लाकर तले करने समेत हुड्डा के गढ़ सोनीपत की सीट घीसट-घीसटकर जीतने संबंधी बात कही थी।
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