Edited By Isha, Updated: 22 May, 2025 10:58 AM

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में सामने आया है कि पाकिस्तान से जुड़े वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने से पहले इन्हें पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी दानि
हिसार: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में सामने आया है कि पाकिस्तान से जुड़े वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने से पहले इन्हें पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी दानिश के पास भेजा जाता था। इस पर दानिश उन वीडियो को देखता और ज्योति को कुछ निर्देश देता था। इसके बाद ज्योति वीडियो को निर्देशानुसार एडिट करती और फिर सोशल मीडिया पर अपलोड करती थी।
माना जा रहा है कि दानिश वीडियो से पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले सीन डिलीट कराता था। वह जांच करता कि पाकिस्तान की सुरक्षा से जुड़ा कोई गोपनीय अंश वीडियो में न जाए। ज्योति के मोबाइल से इस तरह के वीडियो भेजे जाने के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं।
ज्योति के चार अलग-अलग बैंकों में खाते हैं। इनकी जांच चल रही है। पुलिस ने बैंक खातों के लेन-देन के बारे में अभी किसी तरह की टिप्पणी से इन्कार किया है। जानकारी के अनुसार बैंक खातों में बड़ी रकम नहीं मिली है। ज्योति की ओर से अभी तक केस लड़ने के लिए कोई वकील नियुक्त नहीं किया गया है। ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि मेरे पास वकील करने के लिए पैसे नहीं हैं। मुझे पता नहीं कि वकील कैसे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच दिन से मीडिया और पुलिस के अलावा मेरे घर कोई नहीं आ रहा। पड़ोसी और रिश्तेदारों ने दूरी बना ली है।
पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां ज्योति की यात्राओं के पैटर्न को समझने का प्रयास कर रही हैं, जिसमें ज्योति की यात्रा के बाद डाले गए वहां के वीडियो व उन एरिया में हुई आतंक की घटनाओं के लिंक को जोड़ने को कोशिश की जा रही है। ज्योति जिन एरिया में गई, वहां कोई संदिग्ध आतंकी पकड़े गए या वहां पर कोई घटना तो नहीं हुई। ज्योति की किस-किस यात्रा को किसकी स्पांसरशिप मिली, इस तथ्य को भी जुटाया जा रहा है।
पुलिस की एक टीम ज्योति मल्होत्रा पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) लगाने पर भी कानूनी राय ले रही है। देश की सुरक्षा से जुड़े साक्ष्य पाकिस्तान के लोगों तक पहुंचाने के सबूत मिलने पर यूएपीए लगाया जा सकता है। अगर ज्योति पर यूएपीए लगा तो काफी कठोर सजा का प्रावधान है।