Edited By Deepak Paul, Updated: 03 Oct, 2018 10:43 AM
देश में अलग तरह की राजनीति के लिए जानी जाने वाली आम आदमी पार्टी का हरियाणा की राजनीति में जवान और किसान पर फोकस रहेगा। पार्टी जवानों और किसानों के सहारे ही हरियाणा मेें अपनी जड़ें मजबूत करेगी। अपनी इसी रणनीति के तहत दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कानून...
चंडीगढ़ (बंसल): देश में अलग तरह की राजनीति के लिए जानी जाने वाली आम आदमी पार्टी का हरियाणा की राजनीति में जवान और किसान पर फोकस रहेगा। पार्टी जवानों और किसानों के सहारे ही हरियाणा मेें अपनी जड़ें मजबूत करेगी। अपनी इसी रणनीति के तहत दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कानून में बदलाव कर हरियाणा के सोनीपत के थाना कलां गांव के शहीद नरेंद्र सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। इसके अलावा किसानों को 20 हजार रुपए मुआवजा देने की मांग करने के फैसले की भी काफी चर्चा है। इन दोनों फैसलों के बाद प्रदेश के कई किसान व सैनिक संगठनों ने केजरीवाल की जमकर सराहना की है।
कई संगठनों ने दिल्ली जाकर केजरीवाल को निमंत्रण दिया है। पार्टी जल्द ही इन संगठनों से बैठक कर मंत्रणा करेगी। दूसरी ओर, नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी शंखनाद कर रेवाड़ी में पूर्व सैनिकों की रैली कर वन रैंक-वन पैंशन का जो वायदा किया था, उसे पूरा न करने का आरोप विपक्षी दल लगा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा में दिल्ली की तर्ज पर किसानों को 20 हजार रुपए मुआवजा देने का मुद्दा उछालने का कई किसान संगठनों ने समर्थन किया है। यह मुद्दा अब भाजपा व विपक्षी दलों के गले की फांस बन गया है।
हरियाणा में किसान व जवान की कोई सुध लेने वाला नहीं : जयहिंद
हरियाणा में जवान और किसान पर फोकस करने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि यह सही है कि आगामी चुनावों में पार्टी जवान और किसानों पर फोकस रखेगी। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि प्रदेश में किसान व जवान की कोई सुध लेने वाला नहीं है। जिस प्रकार केजरीवाल सरकार ने अपने वायदे के मुताबिक कानून में बदलाव कर शहीद के परिवार को एक करोड़ की सहायता दी, दिल्ली में किसानों को 20 हजार मुआवजा दिया जा रहा है, उससे यह साबित होता है कि केजरीवाल की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा कि कई सैनिक व किसान संगठनों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलकर इसके लिए आभार जताकर बैठक का न्यौता दिया है। पार्टी जल्द ही इन संग्ठनों से बैठक कर अपनी अगली रणनीति बनाएगी।