Edited By Isha, Updated: 17 Nov, 2020 02:03 PM
वायुमंडल में तैर रहे धूल के कण और जहरीले तत्वों को बारिश ने धो डाला। रविवार शाम और रात को हुई बारिश के बाद वातावरण साफ दिखाई दे रहा है। जिले में एक्यूआई भी 460 से घटकर 100 तक पहुंच गया। एकदम प्रदूषण घटने से लोगों को ताजा हवा मिली।
जींद(अनिल): वायुमंडल में तैर रहे धूल के कण और जहरीले तत्वों को बारिश ने धो डाला। रविवार शाम और रात को हुई बारिश के बाद वातावरण साफ दिखाई दे रहा है। जिले में एक्यूआई भी 460 से घटकर 100 तक पहुंच गया। एकदम प्रदूषण घटने से लोगों को ताजा हवा मिली।
इससे पहले प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ गया था, जिससे लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। दिनभर चली हवा के कारण ठंड बढ़ गई है। बारिश के कारण गेहूं की बिजाई में देरी होना स्वाभाविक है। जिले में रात को हुई औसत बारिश 14 एमएम दर्ज की गई। पिछले एक सप्ताह से प्रदूषण का स्तर इतना अधिक बढ़ गया था कि लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। खासकर अस्थमा रोगियों के लिए तो बहुत बड़ी मुसीबत बन गया था। दिवाली की रात को चले पटाखों के कारण एक्यूआई 460 तक पहुंच गया था। रविवार शाम व रात को हुई बारिश ने वायुमंडल में फैले जहरीले तत्वों को धो दिया। इससे प्रदूषण का स्तर बहुत कम हो गया।
सोमवार को दिन में एक्यूआई 100 तक पहुंच गया। प्रदूषण का स्तर कम होने से लोगों ने काफी राहत महसूस की है। प्रदूषण के कारण जो लोग सुबह व शाम को सैर करना बंद कर गए थे, वह सोमवार सुबह सैर करते देखे गए। रविवार रात को जिले में औसतन बारिश 14 एमएम दर्ज की गई। सफीदों में सबसे अधिक 22 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं पिल्लूखेड़ा में 20, अलेवा में 20, जींद में 11, नरवाना में 8, जुलाना में तीन औरप उचाना में 13 एमएम बारिश दर्ज की गई।