Edited By Mohammad Kumail, Updated: 06 Jun, 2023 02:40 PM
गंगा यमुना सरस्वती बचाओ यात्रा आदिबद्री से मंगलवार को चलकर हथिनी कुंड बैराज पहुंचे। यात्रा में शामिल सभी लोगों ने यमुना में पूजा अर्चना कर यमुना का जल लिया। इससे पहले बहादुरपुर में यात्रा का स्वागत किया गया...
यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) : गंगा यमुना सरस्वती बचाओ यात्रा आदिबद्री से मंगलवार को चलकर हथिनी कुंड बैराज पहुंचे। यात्रा में शामिल सभी लोगों ने यमुना में पूजा अर्चना कर यमुना का जल लिया। इससे पहले बहादुरपुर में यात्रा का स्वागत किया गया। उसके बाद हरिद्वार के लिए रवाना हो गए।
यात्रा के इंचार्ज आचार्य राजेंद्र ने खनन से बदले हथिनी कुंड बैराज से यमुना के स्वरूप पर गहरी चिंता व्यक्त की। आचार्य राजेंद्र ने बताया कि गंगा जमुना सरस्वती बचाओ यात्रा दिल्ली के झंडा चौक से शुरू होकर यमुनानगर के आदिबद्री पहुंची। वहां पर सभी सदस्यों ने सरस्वती नदी के दर्शन किए। उसके बाद यात्रा हथिनी कुंड बैराज पहुंची। यहां पर यमुना जी में पूजा अर्चना कर यमुना जी का जल लिया गया।
आचार्य राजेंद्र ने बताया कि वह पिछले 30 साल से गंगा जमुना सरस्वती बचाव के लिए कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में देश के सैकड़ों समाजसेवी उनके साथ जुड़े हुए हैं। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य गंगा जमुना सरस्वती को साफ सुथरा रखना है। तीनों नदियों में प्रदूषण ना हो इसके लिए वह समय-समय पर यात्रा करते रहते हैं और लोगों को नहरों के प्रति जागरूक करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को गंगा जमुना सरस्वती दोनों नहरों को हाईवे से जोड़ना चाहिए। नहरों के साथ-साथ हाईवे निकालना चाहिए जो दिल्ली जाकर जुड़ सकें। हथिनी कुंड बैराज पर खनन की स्थिति देख उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यमुनानगर में अवैध खनन ने हथिनी कुंड बैराज ताजेवाला हरियाणा के स्वरूप को बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है। यमुना में हो रहा अवैध खनन यमुना के अस्तित्व के लिए बहुत बड़ा खतरा है। अगर यमुना को बचाना है तो प्रशासन को यमुना में हो रहे खनन को रोकना होगा।
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