Edited By Updated: 03 Dec, 2016 11:37 AM
बैंकों में कैश कम होने के साथ-साथ बैंक अधिकारी अब अभद्र व्यवहार करने लगे हैं। जिसके विरोध में गगसीना में ग्रामीणों ने सिंडिकेट बैंक पर ताला जड़ हंगामा
घरौंडा (टिक्कु): बैंकों में कैश कम होने के साथ-साथ बैंक अधिकारी अब अभद्र व्यवहार करने लगे हैं। जिसके विरोध में गगसीना में ग्रामीणों ने सिंडिकेट बैंक पर ताला जड़ हंगामा किया।
ग्रामीणों ने बैंक मैनेजर पर महिलाओं व बुजुर्गों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है। लोगों ने बैंक मैनेजर के तबादले की मांग की हैं। बैंक पर तालाबंदी की सूचना मिलते ही पुलिस व गांव के सरपंच मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर ताला खुलवाया, वहीं मंडी मनीराम ओ.बी.सी. बैंक में कैश न होने की वजह से बिजली कर्मियों ने बैंक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
दरअसल शुक्रवार की सुबह गांव गगसीना के ग्रामीण कैश लेने व जमा करवाने के लिए लगभग 10 बजे सिंडिकेट बैंक में पहुंच गए थे लेकिन बैंक के अधिकारी व कर्मचारी समय पर नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने बैंक पर ताला जड़ दिया। इसकी सूचना मिलते ही मूनक चौकी प्रभारी व गांव के सरपंच जगरूप संधू मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर ताला खुलवाया। ग्रामीण चरण सिंह, पंच राज सिंह, रामकिशन, शिव, रमेश, राजपाल, जयपाल शर्मा पंच आदि का कहना है कि बैंक में अक्सर कैश कम आ रहा है, वहीं बैंक का मैनेजर महिलाओं व बुजुर्गों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहा है और बैंक में कभी भी समय से नहीं आते। जिससे लोग परेशान हैं। उन्होंने जिला उपायुक्त को एक पत्र लिखकर बैंक के मैनेजर का तबादला करने की मांग की है।
सिंडिकेट बैंक मैनेजर हनीश कुमार ने बताया कि पीछे से ही पैसा कम आ रहा है और उसी के अनुसार पैसा बांटा जा रहा है। उपभोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण करने का पूरा प्रयास किया जाता है और किसी प्रकार का कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया जाता।
वहीं मंडी मनीराम स्थित ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में वेतन निकलवाने पहुंचे बिजली कर्मियों का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने बैंक अधिकारियों के खिलाफ जमकर बवाल काटा। इतना ही नहीं कैश को लेकर बैंक अधिकारी व बिजली कर्मी आपस में उलझते दिखाई दिए। कर्मियों का कहना है कि उनका वेतन उनके खातों में आ चुका है लेकिन बैंक अधिकारी उनको भी मात्र 4 हजार रुपए थमा रहे हैं। जिससे उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं लोगों का कहना है कि बैंक अधिकारियों ने उन्हें 15-20 दिन पर कैश देने के लिए टोकन दिया था लेकिन अभी तक भी उन्हें कैश नहीं दिया गया। जिससे लोगों में बैंक अधिकारियों के खिलाफ रोष दिखाई दे रहा है।