Edited By Updated: 11 Dec, 2016 09:18 AM
छावनी में खुले नाले हादसों का न्यौता दे रहे हैं। कोहरे में यह नाले वाहन चालकों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं हैं।
अम्बाला छावनी (जतिन): छावनी में खुले नाले हादसों का न्यौता दे रहे हैं। कोहरे में यह नाले वाहन चालकों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं हैं। कई स्थानों पर नाले की पुलिया बीच से टूटी है और यहां पर गड्ढे हैं। इसकी वजह से कोहरे में कभी भी कोई पैदल व्यक्ति, दोपहिया चालक व चौपहिया चालक दुर्घटना का शिकार हो सकता है। छावनी के प्रमुख स्थानों पर नाले कई स्थानों पर खुले पड़े हैं।
मामले की जानकारी निगम व अन्य विभागों को देने के बावजूद अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। कोहरे में दृश्यता शून्य तक हो रही है और ऐसे समय में ये नाले गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं। लालकुर्ती क्षेत्र में फैले डेंगू के प्रकोप को देखते हुए न.नि. सदर जोन द्वारा सामान्य बस अड्डे के बाहर से गुजरने वाले नाले के ऊपर डाली गई सलैबों को तुड़वाकर नाले की पूरी तरह से सफाई करवाने का कार्य करवाया था लेकिन इस बात को बीते कई महीने होने के बावजूद न.नि. अधिकारियों ने नाले पर सलैब डलवाने का कार्य नहीं करवाया है। यहां से हर रोज करीब सौ-सवा सौ बसों के गुजरने का रास्ता है वहीं पर नाला पूरी तरह से 2 जगहों से खुला पड़ा हुआ है। खुले पड़े नाले से कभी भी कोई हादसा हो सकता है। आस-पड़ोस के दुकानदारों व रेहड़ीवालों का कहना है कि हर रोज लोगों को बताना पड़ता है कि आगे नाला खुला पड़ा है वरना कोई न कोई वाहन इन खुले पड़े हॉल के अंदर गिर जाए।
रोष जताने के बावजूद कार्रवाई रामभरोसे
राय मार्कीट बाजार के प्रधान अशोक सभ्रवाल ने बताया कि इंदिरा पार्क के पीछे राय मार्कीट को जोड़ने वाली सड़क के बीचोंबीच एक नाले का मैनहॉल खुला पड़ा है जिसको लेकर कुछ दिन पहले दुकानदारों ने एकजुट होकर न.नि. के खिलाफ रोष भी प्रकट किया था, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले भी रात को मैनहॉल न दिखने के कारण एक बाइक सवार बुरी तरह घायल हो गया और बाइक भी काफी बुरी तरह से टूट गई।
दबाव में काम कर रहे अधिकारी: जायसवाल
न.नि. के डिप्टी मेयर सुधीर जायसवाल का कहना है कि विभागों के अधिकारी दबाव में कार्य कर रहे हैं जिसके चलते बस नए काम की होड़ मची हुई है लेकिन रिपेयर और अन्य कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कैंट बस अड्डे से शुरू होकर अगर कैंट की सदर बाजार क्षेत्र में ही चक्कर लगाकर देखा जाए तो हर चौराहे पर 1-2 मैनहॉल, टूटी पुलिया के अलावा पब्लिक हैल्थ विभाग द्वारा डाले गए पाइपों को
लेकर भी गड्ढे किए हुए मिलेंगे।