अब कहां शिफ्ट होगा गरीबों का अस्पताल?

Edited By Shivam, Updated: 15 Apr, 2019 02:23 PM

gurugram hospital news

40 दशक से अधिक पुराने शहर का सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की शिफ्टिंग के आदेश भले ही कर दिए गए हो। लेकिन अस्पताल कहा और कैसे शिफ्ट होगा इसे लेकर हुई बैठकों में कोई फैसला नही लिया जा सका है। 1975 की बनी इस इस इमारत को जहां आईआईटी दिल्ली व पीडब्ल्यूडी की...

गुडग़ांव (संजय): 40 दशक से अधिक पुराने शहर का सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की शिफ्टिंग के आदेश भले ही कर दिए गए हो। लेकिन अस्पताल कहा और कैसे शिफ्ट होगा इसे लेकर हुई बैठकों में कोई फैसला नही लिया जा सका है। 1975 की बनी इस इस इमारत को जहां आईआईटी दिल्ली व पीडब्ल्यूडी की टीम सर्वे कर चुकी है। सभी रिपोर्टों में इमारत को जर्जर व खतरनाक घोषित किया जा चुका है।

ज्ञात हो कि 200 बिस्तरों वाले सिविल अस्पताल की इमारत 1975 में तैयार की गई थी। जिसके बाद से लगातार ये अस्पताल मरीजों के दुख दर्द से लेकर स्वास्थ्य होने तक का गवाह रहा। लगातार होती रही इसकी उपेक्षा व इमारत की गुणवत्ता में बरती गई लापरवाही से अस्पताल की इमारत दिनों दिन खोखली होने लगी। अस्पताल के इस इमारत का खोखला पन तक सामने आने लगी। जब एक के बाद एक बार अस्पताल की दिवारें, छज्जे, सिलिंग रह रहकर गिरने लगी।

हद तो तक हो गई 2016 में महकमें के मुखिया अनिल विज के आने से पूर्व स्त्री रोग विभाग की पूरी सिलिंग अचानक भरभरा कर गिर गई। गनीमत रही कि उस समय वार्ड में ज्यादा मरीज भर्ती नही थे। इधर उधर खड़े कुछ लोगों को मामूली चोटें आई। शहर में ही रहे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का मामले की जानकाी लगी और वे मुवायना करने पहुंच गए। अस्पताल की हालत देख उन्होने अधिकारियों के साथ मंथन कर इसे शिफ्ट करने के आदेश दे दिए। तब से लेकर अब तक कई बार पीडब्ल्यूडी व आईआईटी दिल्ली की टीमों ने इसका सर्वे कर अपनी रिपोर्ट में इसे कमजोर व खतरनाक करार दे चुकी है। 

1975 की बनी है इमारत : अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल की बिल्डिंग 1975 में बनकर तैयार हो गई थी। जिसका उद्घाटन 1975 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री उमाशंकर दीक्षित व प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल द्वारा सामूहिक रूप से किया गया था। इस लिहाज से बिल्डिंग 40 साल से भी ज्यादा पुरानी है जिसके अधिकतर हिस्से आज बेहद जर्जर स्थिति में हो चुके हैं। अधिकारियों की मानें तो विभाग यह प्रयास कर रहा है कि सभी वार्ड एक ही जगह पर शिफ्ट हो सके। 

जगह नही अलग जगह होगी शिफ्टिंग :अधिकारिक सूत्रों की मानें तो इतने बड़े अस्पताल को शिफ्ट करने के लिए अभी तक जगह का निर्धारण नही हो सका है। लिहाजा कई अधिकारी खतरों से मरीजों को बचाने के लिए अलग अलग विभाग चलाने की योजना तैयार कर रहे है। सूत्रों की मानें तो कुछ वार्ड सेक्टर-10 अस्पताल, सेक्टर-31 पॉलीक्लीनिक कुछ सेक्टर-56 में बनी गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में शिफ्ट करने की तैयारी है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!