Edited By Isha, Updated: 23 Oct, 2020 04:14 PM
यूं तो हम अक्सर सरकारी अस्पतालों में हो रही लापरवाहियों की खबरे देखते है, पर पानीपत शहर के सरकारी अस्पताल का मामला सुन हर किसी की रूह कांप उठेगी। यहां डॉक्टरों की लापरवाही से गुरुवार को मां की गोद में ही उसके चार माह के मासूम की सांसें बंद
पानीपत(सचिन): यूं तो हम अक्सर सरकारी अस्पतालों में हो रही लापरवाहियों की खबरे देखते है, पर पानीपत शहर के सरकारी अस्पताल का मामला सुन हर किसी की रूह कांप उठेगी। यहां डॉक्टरों की लापरवाही से गुरुवार को मां की गोद में ही उसके चार माह के मासूम की सांसें बंद हो गईं। मां का आरोप है कि 30 मिनट तक बच्चे को इलाज नहीं मिला। वह बच्चे को गोद में उठाकर डॉक्टरों के कमरों में भागती रही, लेकिन किसी ने उसके बच्चे का इलाज नहीं किया।
जानकारी के अनुसार यूपी के हरदोई निवासी भैनू और उसकी पत्नी मनीषा सेक्टर-25 में रहते हैं। मनीषा ने बताया कि उसके बेेटे राजू की 8-10 दिन से तबीयत खराब थी। उन्होंने बताया कि डॉक्टर अगर दौड़ाने की बजाय गंभीरता से इलाज करते तो उनका बच्चा बच सकता था।
मनीषा ने बताया कि एमबीबीएस डाॅ. एकता ने पहले बच्चे काे देखा, इसके बाद चाैथी मंजिल पर एसएनसीयू वार्ड में शिशु राेग विशेषज्ञ डाॅ. निहारिका के पास भेजा, लेकिन वे 5वीं मंजिल पर थीं। डाॅक्टर ने कहा कि वह ऑपरेशन थियेटर में है। बच्चे को लेकर मां फिर नीचे भागी, मगर ऑक्सीजन के बिना बच्चे ने तभी दम तोड़ दिया।