Edited By Isha, Updated: 04 Sep, 2021 01:58 PM
प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी भू्रण लिंग जांच करने वाले गिरोह अभी भी अपनी करतूत को अंजाम देने में पीछे नहीं है। इसका खुलासा बीती रात उस समय हुआ जब पुलिस ने ४५ हजार रुपए लेकर भ्रूण लिंग
रेवाड़ी (योगेंद्र सिंह) : प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी भू्रण लिंग जांच करने वाले गिरोह अभी भी अपनी करतूत को अंजाम देने में पीछे नहीं है। इसका खुलासा बीती रात उस समय हुआ जब पुलिस ने ४५ हजार रुपए लेकर भ्रूण लिंग जांच करवाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को धर-दबौचा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच कराने वाली एक महिला सुषमा निवासी तिजारा, अलवर एवं उसकी कार के चालक हवा सिंह निवासी खलीलपुरी को गिरफ्तार किया है।
गिरोह के भ्रूण लिंग जांच कराने वाले गिरोह में शामिल सुषमा को रंगे-हाथ पकडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक डिकॉय पेशेंट तैयार किया। इस इस पेशेंट ने सुषमा से संपर्क साधा। सुषमा 45 हजार रुपए में भ्रूण लिंग जांच कराने को तैयार हो गई और उसने पेशेंट को तिजारा बुलाया। इस सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने डा. सुरेंद्र यादव, डॉ विशाल राव, डॉ योगेश यादव व सीआईए के एसआई प्रदीप कुमार की एक टीम गठित की। डिकॉय पेशेंट तिजारा पहुंची और वहां सुषमा से मिली। सुषमा ने उसे अपनी कार में बैठाया। कार चालक हवा सिंह चला रहा था। सुषमा अपने गिरोह से फोन पर बात करते हुए सबसे पहले भिवाड़ी, गुरुग्राम जिले के तावडू पहुंची। उनके पीछे स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगी रही।
यहां बात नहीं बनी तो सुषमा ने धारूहेड़ा कार ले चलने को कहा। रास्ते भर सुषमा अपने गिरोह के सदस्य से भ्रूण लिंग जांच करवाने को लेकर बातचीत करती रही। करीब 12 घंटे वह इधर से उधर घुमते रहे जब धारूहेड़ा पहुंचे तो सुषमा का मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया। इससे उसका गिरोह सदस्य से संपर्क टूट गया। सुषमा डिकॉय पेशेंट को उतारती इसके पहले पुलिस ने उसे धर-दबौचा। धारूहेड़ा पुलिस ने सुषमा एवं हवा सिंह पर पीएनडीटी एक्ट के अलावा कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस उनके मोबाइल की जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि गिरोह के किस सदस्य से वह बातचीत कर रही थी और उनके गिरोह में कितने लोग हैं।