Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 08 May, 2018 12:13 PM
पूरे प्रदेश में तूफान आने की अाशंका के चलते हाईअलर्ट कर रखा है। वहीं पलवल जिला मुख्यालय की लिफ्ट में एक महिला कर्मी के 28 मिनट तक फंसी रहने से जिला प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है। जिला मुख्यालय की इस तरह की घटना प्रशासनिक लापरवाही का...
पलवल(गुरुदत्ता गर्ग): पूरे प्रदेश में तूफान आने की अाशंका के चलते हाईअलर्ट कर रखा है। वहीं पलवल जिला मुख्यालय की लिफ्ट में एक महिला कर्मी के 28 मिनट तक फंसी रहने से जिला प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है। जिला मुख्यालय की इस तरह की घटना प्रशासनिक लापरवाही का सबसे बड़ा नमूना है।
पलवल जिला मुख्यालय में 4 लिफ्टें हैं। इनमें एक वर्षों से खराब है अौर तीन राम भरोसे चलती हैं। किसी भी लिफ्ट में कोई अोपरेटर नहीं रहता है। लोग खुद लिफ्ट में सवार होते अौर उतरते हैं। वहीं, सोमवार की शाम जिला रेड क्रॉस सोसायटी में काम करने वाली अंजली नामक महिला कर्मी शाम को ऊपर की मंजिल से नीचे आने के लिए लिफ्ट में गई। जैसे ही लिफ्ट चली उसके बाद लाइट जाने के बाद बंद हो गई। अंजलि उसमें फंसी रह गई अौर वहां काफी लोग एकत्रित हो गए।
लोगों के साथ जिला उपायुक्त के गनमैन ने भी ने लिफ्ट से महिला को निकालने का काफी प्रयास किया लेकिन महिला को नहीं निकाला जा सका। इलेक्ट्रीशियन को बुलाकर करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद महिला को लिफ्ट से निकाला। अंजलि ने इस घटना पर कुछ नहीं कहा लेकिन लोगों ने इसकी काफी निंदा अौर आलोचना की। इसे प्रशासन की घोर लापरवाही बताया है।
लोगों का कहना था कि प्रशासन को लिफ्ट में चालू रखने के लिए वैकल्पिक इंतजाम रखने चाहिए। साथ ही सभी लिफ्टों पर ओपरेटर होना चाहिए। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इलेक्ट्रीशियन बेग सिंह ने बताया कि लिफ्ट पर कोई ओपरेटर नहीं है जब भी कोई घटना होती है तो उसे ही बुलाया जाता है। आए दिन यह होता रहता है। हमारे विभाग ने लिफ्टों के बारे में जिला प्रशासन को बताया है लेकिन जरूरी होने पर भी इनमें ओपरेटर नही लगाए गए हैं।