Edited By Shivam, Updated: 12 Jun, 2020 03:39 PM
हरियाणा के सोनीपत जिले में कुल 7 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जहां अब तक जिले में 6 कोरोना संक्रमितों की मौत रिकॉर्ड में दिखाई जा रही थी, वहीं इसमें एक गिनती आज स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट आने के बाद बढ़ गई। रिकॉर्ड में यह सातवीं मौत उस...
सोनीपत (पवन/संजीव): हरियाणा के सोनीपत जिले में कुल 7 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जहां अब तक जिले में 6 कोरोना संक्रमितों की मौत रिकॉर्ड में दिखाई जा रही थी, वहीं इसमें एक गिनती आज स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट आने के बाद बढ़ गई। रिकॉर्ड में यह सातवीं मौत उस बुजुर्ग की है, जो ओपीडी की लाइन में खड़े-खड़े चक्कर खाने से गिर पड़ा था और उसकी मौत हो गई थी। मौत के दो दिन बाद आई रिपोर्ट वह कोरोना पॉजिटिव मिला है, जिससे अब कुल 7 संक्रमितों की मौत रिकॉर्ड में दर्ज हुई है।
गौरतलब है कि बुधवार को नागरिक अस्पताल में फ्लू ओ.पी.डी. की कतार में एक बीमार बुजुर्ग को आधे घंटे तक खड़ा रहा, जिससे उसे चक्कर आ गया और जमीन पर गिरने से उसकी मौत हो गई। शव को चिकित्सकों ने शवगृह में रखवाया और उसका सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया।
इस मामले में बुजुर्ग के बेटे ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उसने कहा कि बीमार होने के बावजूद उनको कतार में खड़े रखा जबकि उसे सबसे पहले अटैंड किया जाना चाहिए था। शहर के तारा नगर का रहने वाले रिटायर्ड बी.एस.एन.एल. कर्मी ओमप्रकाश (60) को 5 दिनों से बुखार था। मंगलवार को परिजन उसे लेकर उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने फ्लू ओ.पी.डी. में ओमप्रकाश का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया था। उसके बाद चिकित्सकों ने उसे वापस घर भेज दिया।
बुधवार सुबह तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो परिजन सुबह 10 बजे उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने फ्लू ओ.पी.डी. की लंबी लाइन में लगा दिया। करीब आधे घंटे तक ओमप्रकाश के खड़े रहने से उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। ओमप्रकाश के बेटे जतिन ने स्वास्थ्य कर्मियों से उपचार करने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। उनको चक्कर आ गया और वह जमीन पर गिर गया जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मी आनन-फानन में उसे आपातकाल कक्ष में लाए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बेटे जतिन ने बताया कि उसके बीमार पिता को लाइन में खड़ा करने की बजाय पहले उपचार किया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिसके चलते उनकी जान चली गई। डिप्टी सिविल सर्जन संदीप ने बताया है कि शव को शवगृह में रखवा दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद शव दिया जाएगा। आरोपों की जांच की जा रही है।
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