Edited By Isha, Updated: 28 Jun, 2019 03:42 PM
जिंदगी को बचाने वाले डॉक्टर की लापरवाही कई बार किसी की जिंदगी पर भारी पड़ जाती है। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है पलवल के जिला नागरिक अस्पताल से जहां डिलीवरी के लिए आ
फरीदाबाद(दिनेश): जिंदगी को बचाने वाले डॉक्टर की लापरवाही कई बार किसी की जिंदगी पर भारी पड़ जाती है। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है पलवल के जिला नागरिक अस्पताल से जहां डिलीवरी के लिए आई महिला व शिशु की मौत हो गई। मृतक महिला और शिशु के परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा की सुचना मिलते ही शहर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पलवल के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस का कहना है कि फ़िलहाल मामले में 174 की कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार यूपी की रहने वाली गुड्डी ने सुबह से ही उसकी 24 वर्षीय पुत्रवधु ज्योति को दूसरी डिलवरी के लिए हल्के दर्द की शिकायत थी। दर्द बढने पर ज्योति को डिलवरी के लिए करीब दो बजे पलवल के सिविल अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने उसकी जाँच की और बीपी अधिक होने की बताने की शिकायत बताते हुए उसे करीब 2 बजकर 15 मिनट पर एक इंजेक्शन लगाया और उसे तुरंत नल्हड़ के नूह अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। इंजेक्शन लगाने के बाद ही उसकी पुत्रवधु की हालत बिगडने लगी जिसे वह एबुलेंस में बैठाने के लिए ले जा रहे थे कि देखते ही देखते उसकी मौत हो गई।
पीड़िता की सास ने महिला डाक्टर अवंतिका पर मौत का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी पुत्रवधु को उसने गलत इंजैक्शन लगा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और इसकी सुचना मिलते ही शहर थाना से पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया जिसके बाद मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।