Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Aug, 2017 06:19 PM
पीड़ित युवती वर्णिका कुंडू के देर रात घर लौटने पर खड़े हुए सवाल पर उन्होंने कहा कि...
पंचकूला (चंद्रशेखर धरणी):पीड़ित युवती वर्णिका कुंडू के देर रात घर लौटने पर खड़े हुए सवाल पर उन्होंने कहा कि एक तरफ समाज नारी को सशक्त व समानता की बात करता है। दूसरी तरफ ऐसी बे सिर-पैर की बातें की जाती हैं। मेरे परिवार वालों जिनको पता होने चाहिए कि मैं कहां थी उन्हें पता है। रात के वक्त वह युवक क्या कर रहे थे।उनपर सवाल क्यों नहीं खड़े हो रहे। ऐसे लड़कों के कारण युवतियां अनसेफ हैं। चंडीगढ़ पुलिस का उनकी हिफाजत करने पर उन्होंने धन्यवाद किया और कहा कि इन्हीं की वजह से ही मैं सुरक्षित बच गई। उन्होंने कहा कि उन्हें व उनके परिवार को जांच एजेंसी व न्याय प्रक्रिया पर पूर्ण यकीन है। एक युवक वाहन चला रहा था तो दूसरा जहां मौका मिलते ही उसकी कार रोककर उसका दरवाजा खोलने की कोशिश करता।
उसने कहा कि सोशल मीडिया का सहारा लेकर उनकी फोटोस पोस्ट कर दवाब बनाने की जो कोशिश हो रही है उसके आगे न वह झुकेगी न दबेगी। उसने कहा कि कौन सी धाराएं लगी, कौन सी हटाई गई वह विषय उनका नहीं है। पुलिस व कानून उनसे न्याय करेगी यह उम्मीद है। 2-3 बार उनकी कार रोकने की कोशिश की गई। चंडीगढ़ पुलिस ने मेडिकल करवा कर इन युवकों के शराब पीने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई अब यह है कि ऐसे मनचलों पर अंकुश लगाएं, कानून अपना काम करे। उन्हें रात ठाणे में जाकर ही पता लगा था कि दोषी राजनीतिक परिवार के प्रभावशाली व्यक्ति हैं। मेरा लक्ष्य इन दोनों युवकों को सबक सिखाना है। महिलायों की सुरक्षा के लिए अब यह लड़ाई है। राजनीतिक लोग क्या कहतें हैं यह उनका विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार मेरे साथ है।