Edited By Nitish Jamwal, Updated: 09 Jul, 2024 11:39 AM
पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में सुनवाई के दौरान हैरतअंगेज कर देने वाला वाक्या पेश आया। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस महिला को पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में मृत बताई गई महिला ने अदालत में खड़ी होकर कहा कि मैं जिंदा हूं।
चंडीगढ़: पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में सुनवाई के दौरान हैरतअंगेज कर देने वाला वाक्या पेश आया। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस महिला को पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में मृत बताई गई महिला ने अदालत में खड़ी होकर कहा कि मैं जिंदा हूं। इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हैरानी जताई और मेवात के एसपी से रिपोर्ट तलब कर ली। उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने वाले अधिकारी के खिलाफ जांच करने और चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई कर हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है।
बता दें कि मामला नाबालिग की सुरक्षा से जुड़ी याचिका से जुड़ा है। कुछ महीने पहले उसने कोर्ट को बताया था कि उसके घरवाले उसका निकाह उसकी मर्जी के खिलाफ करवाना चाहते हैं। विरोध करने पर घरवालों ने उसे पीटा और घर से निकलने पर रोक भी लगा दी गई। इसी के चलते महिला की पढ़ाई भी रुक गई। इस कारण उसे घर से भागना पड़ा और वो अपने रिश्तेदार अनीष और उसकी पत्नी अरस्तून के साथ रहने लगी। उसके खुद को जान को खतरा बताने पर हाईकोर्ट ने उसे नारी निकेतन भेज दिया था।
रिपोर्ट में महिला को बताया मृत
जानकारी के मुताबिक अब दोबारा मामला सुनवाई के लिए पहुंचा तो याची ने बताया कि अब वो बालिग हो चुकी है। वो अपने परिजनों के साथ नहीं बल्कि करीबी रिश्तेदार अनीष व उसकी पत्नी अरस्तून के साथ रहना चाहती है। हाईकोर्ट ने जब केस की फाइल देखी तो पाया कि रिपोर्ट लिखने वाले ASI नरिंदर सिंह ने लिखा था कि अनीष की पत्नी की मौत दो साल पहले बच्चे को जन्म देते हुए हो गई थी।
वहीं सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में मौजूद अरस्तून ने खड़ी होकर कहा कि वो जिंदा है। हाईकोर्ट ने मेवात के SP को हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि जांच की जाए कि किन कारणों व परिस्थितियों में यह रिपोर्ट तैयार की गई है।
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