Edited By Yakeen Kumar, Updated: 19 Jun, 2025 04:54 PM

राज्य की 15 जेलों में अब नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे। इन नशा मुक्ति केंद्रों में नशा छोड़ने के इच्छुक कैदियों को चिकित्सा, परामर्श और सहायता सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
चंडीगढ़ : राज्य की 15 जेलों में अब नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे। इन नशा मुक्ति केंद्रों में नशा छोड़ने के इच्छुक कैदियों को चिकित्सा, परामर्श और सहायता सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन सभी नशा मुक्ति केंद्रों में 15 बेड की सुविधा होगी। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कई जेलों में नशामुक्ति केंद्रों के बनाने का काम शुरू हो गया है।
हरियाणा सरकार की यह पहल नशाखोरी की समस्या से निपटने और कैदियों को पुनर्वासित करने के लिए शुरू की गई है। यहां कैदियों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा और साथ ही स्वस्थ जीवन जीने में मदद की जाएगी। इसके बाद प्रदेश के युवाओं को नशे की लत से बाहर निकालने के लिए अस्पतालों में 46 नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे। इनमें 34 नशामुक्ति केंद्र उपमंडल लेवल पर खोले जाने की तैयारी है।
इन जिलों में खोले जाएंगे नशा मुक्ति केंद्र
फिलहाल प्रदेश में कुल 130 नशा मुक्ति केंद्र संचालित हैं। जिन जिला अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र खोले जाने हैं, उनमें भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, झज्जर, जींद, पलवल, पानीपत, नूंह, रेवाड़ी, रोहतक, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। इसी तरह अंबाला कैंट, नारायणगढ़, लोहारू, बवानी खेड़ा, तोशाम, सिवानी, टोहाना, रतिया, बल्लभगढ़, पटौदी, सोहना, हांसी, आदमपुर, नारनौंद, बरवाल, नीलोखेड़ी असंघ, इंद्री, समालखा, शाहबाद, गोहाना, कलायत, गुहला, नरवाना, सफीदों, जगाधरी, महम, डबवाली, ऐलनाचाद, कालका, बहादुरगढ़, बेरी, कोसली, महेंद्रगढ़ में नशामुक्ति केंद्र खोले जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के अनुसार नशा मुक्ति के लिए मनोचिकित्सकों की मदद ली जाएगी।
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