Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Mar, 2018 11:24 PM
जिले के गांव फतेहगढ़ के जलघर का निर्माण अधर में लटका होने के कारण गांव में पेयजल का संकट बना हुआ है। गांव का भूमिगत जलस्तर खारा होने के कारण जहां पानी के लाले पड़े हुए हैं वहीं लोगों को पेयजल के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। पेयजल समस्या से निजात...
चरखी दादरी(प्रदीप साहू): जिले के गांव फतेहगढ़ के जलघर का निर्माण अधर में लटका होने के कारण गांव में पेयजल का संकट बना हुआ है। गांव का भूमिगत जलस्तर खारा होने के कारण जहां पानी के लाले पड़े हुए हैं वहीं लोगों को पेयजल के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। पेयजल समस्या से निजात पाने के लिए गांव में पंचायत कर एकजुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। पंचायत प्रतिनिधि अब पेयजल को लेकर सीएम दरबार जाएंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे।
जानकारी के मुताबिक, गांव फतेहगढ़ का जलघर का निर्माण करीब पांच वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। लेकिन दो वर्ष पूर्व आई करीब सवा करोड़ रुपए ग्रांट को खर्च करने के बाद भी जलघर का निर्माण अधर में लटका पड़ा है। इतना ही नहीं बल्कि जलघर आवारा पशुओं की आरामगाह बन चुका है। जिसको लेकर गांव के सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र डुडी की अध्यक्षता में गांव के मुख्य चौक पर पंचायत का आयोजन किया गया।
करीब दो घंटे तक चली पंचायत में ग्रामीणों ने पेयजल समस्या से निजात पाने के लिए एकजुट होने का निर्णय लिया। पंचायत में फैसला लिया कि जलघर का निर्माण कार्य पूरा करवाने व गांव में पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर सीएम मनोहरलाल से मिलकर न्याय की गुहार लगाई जाएगी।
सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र डुडी ने बताया कि गांव के जलघर का निर्माण के लिए दो बार करीब सवा करोड़ रुपए की ग्रांट आ चुकी है। लेकिन ग्रांट से भी जलघर का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। अब आधे-अधूरे जलघर की हालत भी खस्ता हो गई है। पंचायत में निर्णय लिया है कि पंचायत प्रतिनिधि जलघर का निर्माण पूरा करवाने व गांव में पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर सीएम से मिलेंगे।