राम रहीम की पैरोल को लेकर उठने लगे सवाल, CM मनोहर लाल ने भी कह दी बड़ी बात

Edited By Gourav Chouhan, Updated: 21 Jan, 2023 07:37 PM

cm manohar lal speaks on parole of dera chief ram rahim

सीएम खट्टर ने कहा कि नियमों के आधार पर ही किसी भी कैदी को पैरोल दी जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार इसमें कभी दखलंदाजी नहीं करती।

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल दिए जाने पर बहस छिड़ गई है। दिवंगत पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने डेरा चीफ को पैरोल देने को कानून का मजाक बताया है। वहीं सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी राम रहीम की पैरोल को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नियमों के आधार पर ही किसी भी कैदी को पैरोल दी जाती है। सीएम खट्टर ने कहा कि सरकार इसमें कभी दखलंदाजी नहीं करती।

 

सीएम बोले- ऐसे मामलों में दखलंदाजी नहीं करती सरकार

 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में राम रहीम की पैरोल को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से ही मिली है। उन्होंने कहा कि यदि डेरा चीफ को पैरोल मिली है, तो वो नियमों के आधार पर ही मिली होगी। सीएम खट्टर ने कहा कि हर अपराधी को पैरोल की अर्जी लगाने का अधिकार होता है। जेल विभाग को पैरोल की अर्जी को मंजूर करने या रिजेक्ट करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में न तो प्रदेश सरकार ने कभी दखलंदाजी की है और ना ही आगे करेंगे।

 

अंशुल छत्रपति ने राम रहीम की पैरोल को बताया कानून का मजाक

 

राम रहीम को पैरोल दिए जाने के फैसले पर आपत्ति जताते हुए अंशुल छत्रपति ने कहा कि कानून ने अपना काम करते हुए बलात्कार और दो हत्याओं के मामले में राम रहीम को सुनारिया जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था। अभी भी डेरा प्रमुख पर साधुओं को नपुंसक बनाने का मामला चल रहा है। बार-बार पैरोल पर बाहर आकर राम रहीम इन मामलों की जांच को प्रभावित कर सकता है। अंशुल ने कहा कि जिस तरह से गुरमीत राम रहीम को पैरोल दी जा रही है, उससे साफ जाहिर है कि सरकार उसके सामने झुक गई है। उन्होंने कहा कि राम रहीम को बार-बार पैरोल देना कहीं ना कहीं कानून के साथ खिलवाड़ है। यह कानून का मजाक है।

 

जानें कब-कब जेल से बाहर आया राम रहीम

 

गौरतलब है कि बीती रोज ही जेल विभाग द्वारा राम रहीम को 40 दिन की पैरोल देने की अर्जी को मंजूरी दी गई थी। शनिवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आया और यूपी के बागपत स्थित आश्रम के लिए रवाना हो गया। बताया जा रहा है कि राम रहीम 25 जनवरी को शाह सतनाम के जन्मदिन के अवसर पर सिरसा डेरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो सकता है। बता दें कि इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में भी राम रहीम को 40 दिन की पैरोल दी गई थी। पैरोल अवधि खत्म होने के बाद 25 नवंबर को ही डेरा मुखी की वापसी रोहतक की सुनारिया जेल में हुई थी। खास बात यह है कि 56 दिन बाद डेरा प्रमुख को एक बार फिर से पैरोल मिल गई है। पिछले साल जून में भी राम रहीम को एक महीने की पैरोल मिली थी। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी डेरा चीफ को तीन सप्ताह की फरलो मिली थी। राम रहीम 7 फरवरी, 2022 को जेल से बाहर आया था और 14 फरवरी को सूबे की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था।


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