Edited By Saurabh Pal, Updated: 16 Aug, 2023 03:56 PM

देश भर में अपनी मांगों को लेकर बीती 7 जुलाई से धरने पर बैठे लिपिकों का धरना आज समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से शिष्टमंडल की वार्ता के बाद फिलहाल धरने को तीन माह के लिए स्थगित करने का लिपिकों द्वारा लिया गया है।
अंबाला(अमन कपूर): प्रदेश भर में अपनी मांगों को लेकर बीती 7 जुलाई से धरने पर बैठे लिपिकों का धरना आज समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से शिष्टमंडल की वार्ता के बाद फिलहाल धरने को तीन माह के लिए स्थगित करने का लिपिकों द्वारा लिया गया है। धरना स्थगित होने से आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। जिनके काम बीते 40 दिनों से रुके हुए थे।
गौरतलब है कि वेतनमान बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदेश के लिपिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे थे। लिपिक वर्ग की मांग थी उनका वेतन 19900 से बढ़ा कर 35400 रुपये किया जाए। अपनी इसी मांग को लेकर 18 जून को लिपिक वर्ग ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया था, जहां से लिपिक वर्ग को लिखित में आश्वासन मिला था कि 4 जुलाई तक, लिपिक वर्ग के शिष्टमंडल की मुलाक़ात सीएम से करवाई जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद 7 जुलाई से लिपिक वर्ग धरने पर बैठ गया। लगातार चल रहे धरने से सरकारी विभागों में कामकाज ठप हो गया।
जिसका सीधा नुकसान सरकार के साथ-साथ आम जनता को भी उठाना पड़ा, लेकिन आज राहत वाली खबर है कि लिपिक वर्ग के शिष्टमंडल की सीएम से मुलाक़ात के बाद इस धरने को फिलहाल तीन माह के लिए स्थगित कर दिया गया है। सरकार ने लिपिक वर्ग की मांगों को ध्यान में रखते हुए एक कमेटी का गठन किया है, जो तीन माह में इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा। लिहाजा धरने को तीन माह के लिए स्थगित कर दिया गया है।
लगभग 40 दिनों से धरने पर बैठे लिपिक वर्ग की इस हड़ताल का असली खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा था। लोगों के रोज मर्रा के काम अटक गए थे। आज हड़ताल खुली तो लोगों ने भी राहत की सांस ली। जिन्हें हड़ताल खुलने की जानकारी मिली वह लघु सचिवालय पहुंच कर अपने काम करवा रहे हैं।
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