Edited By Isha, Updated: 17 Dec, 2020 03:00 PM
तीन कृषि कानूनों के विरोध में 21वें दिन सिंघु बॉर्डर पर बुधवार को किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली है। उन्होंने खुद को गोली मार ली, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। नानकसर एक ओंकार आश्रम में संत बाबा राम सिंह की खुदकुशी की खबर आने...
करनाल: तीन कृषि कानूनों के विरोध में 21वें दिन सिंघु बॉर्डर पर बुधवार को किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली है। उन्होंने खुद को गोली मार ली, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। नानकसर एक ओंकार आश्रम में संत बाबा राम सिंह की खुदकुशी की खबर आने के बाद से ही मातम का माहौल है। संत राम सिंह के शव को पोस्टमार्टम के बाद एक ओंकार आश्रम में अनुयायियों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इस मौके वह बहुत रोए।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी करनाल पहुंचे उन्होंने उनके दर्शन किए। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही संत बाबा राम सिंह ने गुरनाम सिंह चढूनी से 45 मिनट तक मुलाकात की थी, और किसानों के मुद्दे पर बात की थी और वो किसानों की हालत देखकर उनकी स्थिति जानने का प्रयास कर रहे थे। संत के जाने से अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई। हर किसी ने मोर्चरी पर पहुंच नम आंखों से उन्हें नमन किया। देर रात तक अनुयायी गुरु नाम का जाप करते रहे।