Edited By vinod kumar, Updated: 10 Feb, 2020 09:59 AM
हरियाणा विधानसभा बजट सत्र में एस.वाई.एल., धान घोटाला, किलोमीटर स्कीम, कानून व्यवस्था, प्री-बजट चर्चा जैसे मुद्दों पर जहां विपक्ष हमलावर हो सकता है वहीं इन मुद्दों पर सत्ता पक्ष का भी जवाबी हमला करने का पूरा होमवर्क हो चुका है। यह बजट सत्र जो 20...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा विधानसभा बजट सत्र में एस.वाई.एल., धान घोटाला, किलोमीटर स्कीम, कानून व्यवस्था, प्री-बजट चर्चा जैसे मुद्दों पर जहां विपक्ष हमलावर हो सकता है वहीं इन मुद्दों पर सत्ता पक्ष का भी जवाबी हमला करने का पूरा होमवर्क हो चुका है। यह बजट सत्र जो 20 फरवरी से शुरू होगा, हंगामापूर्ण रहने के संकेत हैं। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता पहले ही कह चुके हैं कि इस बार सत्र कम से कम 15 दिनों का होगा। 20 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरूआत होगी।
प्री-बजट चर्चा 17 से 19 फरवरी को होगी, कांग्रेस भी इस प्री-बजट के फार्मूले से सहमत नहीं नजर आ रही। विपक्ष की तरफ से जहां कांग्रेसी विधायक मोर्चा संभाल सकते हैं वहीं सत्ता पक्ष की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर, गृह मंत्री अनिल विज विपक्ष के सवालों का जवाब दे सकते हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सदन में पेश होने वाले विधेयकों की ड्राफ्ट कॉपी सभी विधायकों को कम से कम 5 दिन पहले मुहैया कराने की भी बात कही है ताकि वे उसका अध्ययन करके अपने सुझाव और आपत्तियां सरकार के सामने दर्ज करवा सकें।
एस.वाई.एल. के पानी पर भले ही सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला सुना दिया हो, लेकिन पंजाब पानी देने को तैयार नहीं है। पंजाब के इस फैसले से हरियाणा की राजनीति गर्मा गई है। हरियाणा में विधानसभा का सत्र पंजाब के इस निर्णय के बाद अब होने जा रहा है इसलिए सरकार को घेरने का काम कांग्रेस व इनैलो दोनों करेंगे। इनैलो के एकमात्र विधायक अभय चौटाला हैं व प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस ही है जो एस.वाई.एल., धान घोटाला, किलोमीटर स्कीम, कानून व्यवस्था, प्री-बजट चर्चा जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।
भाजपा सरकार में केवल घोटाले ही हुए : खटक
कांग्रेस की विधायक शकुंतला खटक का कहना है कि भाजपा सरकार में केवल घोटाले ही हुए और उसमें से सबसे बड़ा घोटाला धान खरीद का है। उन्होंने कहा कि आर.टी.आई. में जवाब दिया गया कि 75 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की पैदावार हुई है जबकि यह बिल्कुल असंभव है। इस मामले की जांच सी.बी.आई. से की जानी चाहिए।
प्री-बजट सैशन का कोई औचित्य नहीं : भुक्कल
प्री-बजट सैशन को लेकर कांग्रेसी विधायक व पूर्व मंत्री गीता भुक्कल का कहना है कि इस सैशन का कोई औचित्य नहीं है। उनका मानना है कि जब तक इकोनॉमिक सर्वे की रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक इस सैशन का कोई फायदा नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने केवल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लादा है। कांग्रेस सरकार दौरान जो कर्ज 64,000 करोड़ था वह अब बढ़कर 1 लाख 81 हजार करोड़ रुपए हो गया है। भाजपा दावा कर रही है कि बड़ी तेजी से प्रदेश का विकास हो रहा है, लेकिन वास्तविकता में बुलेट ट्रेन की स्पीड से भ्रष्टाचार, अपराध और कर्ज बढ़ा है।