Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Jul, 2018 05:44 PM
जहां डाक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है, वहीं छाजपुर कलां गांव में एक लड़की को ए.एन.एम. द्वारा टीकाकरण किए जाने से वह अपाहिज हो गई। इसकी शिकायत लड़की के परिजनों ने सी.एम. विंडो में देकर कार्रवाई की मांग की है।
बापौली (पंकेस): जहां डाक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है, वहीं छाजपुर कलां गांव में एक लड़की को ए.एन.एम. द्वारा टीकाकरण किए जाने से वह अपाहिज हो गई। इसकी शिकायत लड़की के परिजनों ने सी.एम. विंडो में देकर कार्रवाई की मांग की है।
छाजपुर कलां गांव निवासी भौरा पुत्र रणजीत ने शिकायत में ए.एन.एम. पर लड़की को टीका लगाने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने बताया कि उसके घर 20 अप्रैल 2017 को 5वीं बेटी का जन्म हुआ था। इसके बाद 4 अक्तूबर 2017 को बच्चों को टीकाकरण करने वाली शारदा उनके घर आई और उसने उसकी बेटी वंशिका को बुखार होने के बावजूद टीका लगा दिया। जिसके बाद पास में खड़ी आशा वर्कर ने कहा कि उसने टीका गलत लगा दिया है तो शारदा ने माथे पर हाथ मारते हुए कहा कि मेरे से यह टीका गलत लग गया है।
कोई बात नहीं सारे टीके एक जैसे होते हैं। बाद में सही टीका लगा दूंगी। इसके 10-12 दिन बाद उनकी लड़की के पैरों में दिक्कत हो गई। अब बच्ची के पैर बिल्कुल भी काम नहीं कर रहे हैं। पीड़ित ने प्रशासन से लापरवाही बरतने वाली ए.एन.एम. के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है।पीड़ित भौरा ने बताया कि उसकी बेटी को गलत टीकाकरण करने के बाद पहले तो शारदा उसे उसके इलाज करवाने की बात कहती रही लेकिन अब उसके ऊपर ग्रामीणों का दबाव डलवाती है और कहती है कि उसकी नौकरी चली जाएगी।
ए.एन.एम. शारदा का कहना है कि उसके ऊपर लगाए आरोप निराधार हैं। उसने पैंटा थ्री टीका लगाया है जोकि सही है। इसकी जांच डब्ल्यू.एच.ओ. टीम व एम.ओ. डा. साक्षी भी कर चुकी है लेकिन भौरा उन्हें बार-बार परेशान करता रहता है।
डिप्टी सी.एम.ओ. एवं सी.एच.सी. बापौली के एस.एम.ओ. डा. कर्मबीर चोपड़ा का कहना है कि सी.एम. विंडो में की गई शिकायत उन्हें मिल गई है। जांच के लिए टीम गठित कर दी है। जल्द ही जांच शुरू हो जाएगी।