Edited By Isha, Updated: 12 Dec, 2019 11:08 AM
सर्दियों के मौसम में अमरुद न केवल स्वाद के लिए बल्कि अपनी सेहत के खजाने लिए जाना जाता है। मजे की बात यह है कि साईबर सिटी में अमरुदों की रोजाना डेढ़ से दो कुंतल पैदावार हो रही है .....
गुडग़ांव (ब्यूरो) : सर्दियों के मौसम में अमरुद न केवल स्वाद के लिए बल्कि अपनी सेहत के खजाने लिए जाना जाता है। मजे की बात यह है कि साईबर सिटी में अमरुदों की रोजाना डेढ़ से दो कुंतल पैदावार हो रही है जो कि खांडसा सब्जी मंडी सहित दिल्ली के बाजारों में भेज दिया जाता है। देशभर में अपने स्वाद, आकार और मिठास के लिए जाना जाने वाला इलाबादी अमरुदों ने गुडग़ांव की बागवानी में भी अपनी खास पहचान कायम कर ली है।
गुडग़ांव सोहना रोड पर स्थित लघु सचिवालय से थोड़ी दूरी पर ही राजकीय बागवानी केंद्र में करीब ढाई सौ अमरुद के पेड़ है तो वहीं यहां पर बेर और दूसरे मौसमी फलों के भी सैकड़ों पेड़ मौजूद है। इस बार इस राजकीय बागवानी में करीब ढाई सौ अमरुदों के पेड़ों में जहां इलाबादी अमरुदों की धाक है तो वहीं देशी और लखनउ 49 नाम के तीन प्रजातियों के अमरुद मौजूद है। इनमें से रोजाना ही करीब डेढ़ कुंतल अमरुदों की पैदावार हो रही है जो कि नजदीकी बाजारों में पहुंचा दिया जा रहा है।
इन बागवानी का ठेका इस बार जगदीश को मिला है जिनके साथ कुल आठ लोगों की टीम लगातार पके हुए फलों को चिंहित करने, तोडऩे और इनके रखरखाव सहित पेड़ों की सेवा में लगे हुए हैं। बागवानी में कार्यरत युवा मोहम्मद वसीम कहते हैं कि हमारे पास आधुनिक तकनीकि है और हम वैज्ञानिक तरीके से पौधों का निर्माण करते हैं। यहां पर पैदा होने वाले फल और पौधों अब तक अपने मानकों पर खरे उतरे हैं। वह अमरुदों को लेकर कहते हैं कि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी फल है जो कि सर्दियों में हमें बिमारियों से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।