Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 May, 2017 02:34 PM
हरियाणा सरकार का कोई भी फैसला स्पष्ट नहीं होता, बिना विश्लेषण किए गए फैसलों से जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है और सरकार अपनी पीठ स्वयं ही थपथपाती रहती है।
रतिया (ललित):हरियाणा सरकार का कोई भी फैसला स्पष्ट नहीं होता, बिना विश्लेषण किए गए फैसलों से जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है और सरकार अपनी पीठ स्वयं ही थपथपाती रहती है। यह बात रतिया इनैलो विधायक प्रो. रविंद्र बलियाला ने बोर्ड की कक्षा 10वीं पास फार्मूले में किए गए परिवर्तन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। विधायक ने कहा कि गत दिनों हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किए गए परीक्षा परिणाम में 10वीं के 2 पेपर में फेल विद्यार्थियों को कम्पार्टमैंट देने की बजाय पूर्ण फेल कर दिया है। जिससे प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों में निराशा छाई हुई है तथा अभिभावकों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
विधायक बलियाला ने कहा कि सरकार ने जितने भी निर्णय लिए हैं केवल सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के दबाव में आकर लिए हैं किसी भी निर्णय का विश्लेषण नहीं किया। जिससे प्रदेश की जनता का इस सरकार से मोहभंग होता जा रहा है। आज प्रदेश में जगह-जगह धरने-प्रदर्शन और रोड जाम हो रहे हैं लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। 10वीं के परीक्षा परिणाम की खामियां किसी से छिपी नहीं हैं। हर 2 घंटे में परिणाम में परिवर्तन हुआ है जिसका खमियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा। जो बच्चों के साथ सरासर अन्याय है।
अनुभवहीन सरकार ने हजारों बच्चों को शिक्षा से दूर कर दिया है। इसी तरह सरकार डिजीटल इंडिया का सपना पूरा नहीं कर सकती। बोर्ड अपने तुगलकी फरमान को वापस ले तथा बच्चों को 2 पेपर में कम्पार्टमैंट देकर उन्हें पहले की तरह ही सितम्बर में पास करने का अवसर दे।