Edited By Deepak Paul, Updated: 21 Jul, 2018 12:26 PM
हेलीमंडी नगरपालिका में बंदरों के आंतक के चलते एक मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। शुक्रवार की सुबह वार्ड-2 की एक 7 वर्षीय बच्ची बंदरों से बचने के चक्कर में छत से गिर गई। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़...
पटौदी (घनश्याम): हेलीमंडी नगरपालिका में बंदरों के आंतक के चलते एक मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। शुक्रवार की सुबह वार्ड-2 की एक 7 वर्षीय बच्ची बंदरों से बचने के चक्कर में छत से गिर गई। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में नगरपालिका पार्षदों व अधिकारियों के खिलाफ रोष व्याप्त है। बंदरों के आतंक को समाप्त करने के लिए लोगों ने नपा कार्यालय, नपा अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री तक से शिकायत की थी लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया।
क्या है मामला: योशना पुत्री विजय कुमार शुक्रवार को अपनी छत पर किसी काम से गई हुई थी। इसी दौरान बंदरों का झुंड छत पर इकट्ठा हो गया। तभी एक बंदर ने बच्ची पर अचानक धावा बोल दिया इस डर से वह लकड़ी की सीढ़ी से नीचे ऊतरने लगी तभी वह अपना संतुलन खो बैठी और सिर के बल नीचे गिर गई, जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई। उसे गंभीर हालत में हेलीमंडी के निजी अस्पताल में लेकर जाया गया जहां से डाक्टरों ने उसे गुडग़ांव के लिए रैफर किया लेकिन गुडग़ांव पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
इकलौती संतान: योशना अपनी माता- पिता की इकलौती संतान थी। उसकी मौत के बाद से पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल हैं वहीं घटना के बाद से लोगों का आना जाना लगा हुआ हैं। योशना पहली कक्षा की छात्रा थी। योशना के पिता विजय कुमार के अनुसार उनकी बच्ची के साथ हुई घटना से सत्बध हैं। उनकी अपील हैं कि नपा अधिकारी और पार्षद अब जल्द ही आदमखोर बंदरों से मंडी का मुक्त कराएं जिससे किसी और की कोख सुनी न हो। हेलीमंडी जाटौली तथा टोडापुर में बंदरों का आंतक इस कदर बढ़ गया हैं कि लोगों ने दिन में भी अपने घरों से निकलना बंद कर दिया हैं। इससे पूर्व वार्ड 6ए 1 में कई लोगों को बंदर काट चुके हैं।