Edited By Isha, Updated: 28 Jul, 2020 12:02 PM
24 जुलाई को रोहतक अदालत परिसर से अपहरण के बाद हत्या के मामले में 7 पुलिसकर्मियों पर गाज गिर गई। इन 7 पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के मामले में एसपी रोहतक ने सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के
रोहतक(दीपक): 24 जुलाई को रोहतक अदालत परिसर से अपहरण के बाद हत्या के मामले में 7 पुलिसकर्मियों पर गाज गिर गई। इन 7 पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के मामले में एसपी रोहतक ने सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद डीएसपी हेड क्वार्टर गोरख पाल राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। फिलहाल मामले में पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
अदालत परिसर से 24 जुलाई सुबह लगभग 9:30 बजे महम खेड़ी गांव के रहने वाले बर्खास्त पुलिस कर्मचारी वीरेंद्र का अपहरण कर लिया गया था। महज 3 घंटे बाद ही उसका शव टीटोली गांव के पास मिला। जिसके बाद पुलिस ने महम खेड़ी गांव के रहने वाले 7 लोगों के खिलाफ अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। उसी मामले में पुलिस ने आज चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ करने में जुटी हुई है। जिन्हें अदालत में पेश कर आज पुलिस रिमांड की भी मांग की जाएगी।
पुलिस ने यह जरूर माना इस मामले में सुरक्षा में काफी बड़ी चूक हुई। मुख्यमंत्री की शहर में मौजूदगी के चलते सुरक्षा काफी चाक-चौबंद थी। फिर भी अदालत परिसर से वीरेंद्र का अपहरण हो गया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ड्यूटी में लापरवाही के चलते 7 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है तथा उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यही नहीं अदालत परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है।