Edited By Deepak Paul, Updated: 29 Jul, 2018 09:58 AM
फरीदाबाद में गुरुग्राम-फ रीदबाद पुलिस की संयुक्त नाकेबंदी के दौरान 6 जुलाई को मारे गए नाईजीरियन ड्रग्स तस्कर जिम्मी के शव को शनिवार दोपहर को भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेट राजेश कुमार की देखरेख में 23 दिन बाद नाईजीरिया एम्बैसी से...
फरीदाबाद (सुधीर): फरीदाबाद में गुरुग्राम-फ रीदबाद पुलिस की संयुक्त नाकेबंदी के दौरान 6 जुलाई को मारे गए नाईजीरियन ड्रग्स तस्कर जिम्मी के शव को शनिवार दोपहर को भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेट राजेश कुमार की देखरेख में 23 दिन बाद नाईजीरिया एम्बैसी से आए अधिकारियों को सौंप दिया। पिछले 23 दिनों से तस्कर जिम्मी के शव को रासायनिक लेप (एम्बामिंग) कर बी.के. अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखा था। भारतीय दूतावास के अधिकारी जिम्मी के शव को नाईजीरिया स्थित उसके घर भेजने को लेकर ङ्क्षचतित थे और नाईजीरियन एम्बैसी के सम्पर्क में थे।
दूतावास अधिकारी मोनिका ने बताया कि पत्राचार व अन्य सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद नाईजीरिया एम्बैसी के अधिकारियों ने रिस्पॉन्स दिया और शव लेने के लिए तैयार हो गए। हालांकि पूर्व में आई खबरों के अनुसार नाईजीरिया सरकार ड्रग्स तस्कर जिम्मी के शव को ले जाने के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन भारत की कोशिशें कामयाब रही।
उल्लेखनीय है कि 6 जुलाई को फरीदाबाद अपराध शाखा सैक्टर-30 व गुरुग्राम की पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि एन.सी.आर. में ड्रग्स तस्करी करने वाले नाइजीरियन गुरुग्राम से फ रीदाबाद के लिए जाएंगे। इस पर पुलिस ने फ रीदाबाद क्षेत्र में संयुक्त नाकेबंदी कर आरोपियों को दबोचा था। इसमें एक आरोपी जिम्मी ने भागने का प्रयास किया था, जिसे काबू करने के दौरान उसे गोली लग गई जिससे उसकी मौत हो गई थी।