Edited By Saurabh Pal, Updated: 19 Jan, 2024 04:08 PM
उत्तर भारत सहित इन दिनों हरियाणा में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठिठुरन भरी ठंड से छुटकारा पाने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। इस कड़ाके ठंड से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है...
रेवाड़ी(महेंद्र भारती): उत्तर भारत सहित इन दिनों हरियाणा में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठिठुरन भरी ठंड से छुटकारा पाने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। इस कड़ाके ठंड से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। बीतों दिनों हिमाचल हुई बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। हरियाणा में घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
इस शीत लहर का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों में देखने को मिल रहा है। हलांकि छोटे बच्चों के स्कूल बंद हैं। ठंड के प्रकोप देखते हुए सरकार ने बच्चों की छुट्टियां बढ़ाने का फैसला लिया है, लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों में शर्दी जुकाम व बुखार का प्रकोप देखा जा सकता है। स्कूलों के अलावा बच्चों का घर में अधिक ख्याल रखने की जरूरत है।
ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोनिका शर्मा ने बताया कि शीतलहर की वजह से बच्चों में खांसी जुकाम और बुखार की समस्याएं निरंतर बढ़ रही हैं। ओपीडी में भी पहले की तुलना में 20 फ़ीसदी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि ठंड से बचाव करने के लिए अपने बच्चों को गर्म वस्त्र पहना कर रखना चाहिए और कोई शिकायत होने पर बाल रोग विशेष को अवश्य दिखाना चाहिए। सर्दी से अपने बच्चों को बचाने के लिए भी उन्होंने सलाह दी है।
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