Edited By Manisha rana, Updated: 24 Feb, 2025 07:33 AM
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जींद में दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन क्रॉसिंग पर 20 करोड़ से बन रहा अंडरपास धंस गया। इसकी चपेट में यहां से गुजरता नाला और सड़क भी आ गए।
जींद : जींद में दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन क्रॉसिंग पर 20 करोड़ से बन रहा अंडरपास धंस गया। इसकी चपेट में यहां से गुजरता नाला और सड़क भी आ गए। इससे अंडरपास से सटे 3 मकानों का रास्ता बंद हो गया। उनकी नींव को भी खतरा पैदा हो गया है। घर के आगे 20 फीट गहरी खाई बनने से 20 लोग घरों में फंस गए हैं। कुछ को सीढ़ी निकालकर बाहर निकालना पड़ा। हादसा शनिवार शाम लगभग 5 बजे हुआ। हादसे के बाद हरियाणा स्टेट रोड्स एंड ब्रिज कॉर्पोरेशन (एच.एस.आर.डी.सी.) के डी.जी.एम. का कहना है कि बारिश की वजह से हादसा हुआ।
डी.जी.एम. बोले, बारिश की वजह से जमीन खिसकी
इस बारे में एच.एस.आर.डी.सी. के डी.जी.एम. शशांक कुमार ने बताया कि वीरवार रात हुई बारिश की वजह से निर्माणाधीन अंडरपास की जमीन खिसकी है। लेबर की मदद से मकानों के आगे मिट्टी भरी जा रही है। अंडरपास के दोनों तरफ मकानों की दूरी काफी कम है। इस बची हुई जगह में नाला और सर्विस रोड बनना है।
लोगों ने किया था विरोध, 3 साल तक अटकी रही योजना
पूर्व सी.एम. मनोहरलाल ने साल 2015 में भिवानी रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की घोषणा की थी। साल 2018 में रेलवे ओवरब्रिज (आर.ओ.बी.) की प्रक्रिया शुरू की गई। कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा यहां आर.ओ.बी. निर्माण को लेकर टैस्टिंग शुरू कर दी थी, लेकिन तभी आस-पास के लोगों और दुकानदारों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। लोगों के विरोध के चलते 3 साल तक योजना फाइलों में ही अटकी रही। यहां रेलवे ओवरब्रिज की बजाय रेलवे अंडरपास बनाने की मांग की। बाद में सरकार ने यहां पर अंडरपास बनाने की मंजूरी दे दी थी। बाद में तत्कालीन डी.सी. डॉ. मनोज कुमार ने दिसम्बर 2022 में निर्माण कार्य शुरू कराया गया था।
अंडरपास से पहले मिट्टी गिरनी शुरू हुई, फिर नाला और सड़क धंस गई
मकान मालिक जोरा सिंह, जोगीराम और राममेहर के मकानों के ठीक सामने यह घटना हुई। नींव तक मिट्टी धंसने और मकान में दरार आने से लोगों के मन में डर बना हुआ है। बाहर निकलने के लिए रास्ता तक नहीं बचा था। मकान की दीवारों में भी दरारें आ गईं। मिट्टी हटने से नींव भी दिखाई देने लगी थी। नाले के मलबे में अंडरपास की बनाई गई दीवार भी ढह गई।
लोगों का कहना है कि मकान गिरने का खतरा दिखने पर लोगों ने शोर मचा दिया। इसे सुन पड़ोसी मदद को आए और मकान की छत से सीढ़ी लगाकर खाली प्लाट में उतरें। इन घरों में 10 से ज्यादा पशु भी बंधे हुए हैं, जो बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं।
समाजसेवी लोग बोले, मकान गिरने का खतरा, डी.सी. मौके पर आएं
दिसम्बर 2022 में इसका निर्माण शुरू कराया गया था। हादसे में अंडरपास का 150 फीट हिस्सा ढह गया। जींद विकास संगठन के समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल ने इस मामले में डी.सी. मोहम्मद इमरान रजा से संज्ञान लेने की मांग करते हुए कहा कि मकान गिरने का खतरा है। एक बार मौके का मुआयना करें। वहीं डी.सी. मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी। उधर, हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉक्टर कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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