Edited By Manisha rana, Updated: 06 Apr, 2024 03:35 PM
एक बस, 147 सवारी, क्या आपने ऐसी बस देखी है। नहीं देखी है तो चलिए हम आपको दिखाते है मौत का सफर करवाने वाली इस बस को। आप इसे बस नहीं, एक चलता फिरता गांव भी कह सकते हैं। क्योंकि बस में 10 मकान की चौखट, एक अलमारी, 2 बाइक, साइकिल, पानी, खाना, घर के हर...
पानीपत (सचिन शर्मा) : एक बस, 147 सवारी, क्या आपने ऐसी बस देखी है। नहीं देखी है तो चलिए हम आपको दिखाते है मौत का सफर करवाने वाली इस बस को। आप इसे बस नहीं, एक चलता फिरता गांव भी कह सकते हैं। क्योंकि बस में 10 मकान की चौखट, एक अलमारी, 2 बाइक, साइकिल, पानी, खाना, घर के हर समान के दर्जनों लगेज हैं। इतना ही नहीं बस में 147 सवारियों को भेड़ बकरियों की तरह भर रखा था, जिसमें 49 चीखते चिल्लाते बच्चे और 98 बड़े पुरुष और महिलाएं बैठी थी।
46 हजार का चालान काट बस को किया इम्पाउंड
आपको बता दें यह अवैध बस पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा पुलिस को ठेंगा दिखाते हुए पानीपत पहुंची, जिसको पानीपत ट्रैफिक इंचार्ज रणबीर मान ने 2 किलोमीटर पीछा करते हुए पानीपत-गोहाना रोड सुविधा शोरूम के पास पकड़ा। जब ट्रैफिक इंचार्ज रणबीर मान ने बस को रुकवाकर खाली करवाया तो सबके होश उड़ गए और बस खाली होते-होते आधा घण्टा लग गया। सड़क पर सवारियां ही सवारियां दिखाई देने लगी। जब ट्रैफिक इंचार्ज रणबीर मान ने सवारी की काउंटिंग की तो हैरान रह गए, जिसमें 98 बड़े पुरुष और महिलाएं और 49 बच्चे बस से बाहर निकले। यातायात के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाते देख और कई लोगों का रिस्क लेकर चल रही बस का ट्रैफिक इंचार्ज ने साढ़े 46000 का चालान काट कर बस को इम्पाउंड कर दिया क्योंकि ना तो बस चालक के पास लाइसेंस था ना आरसी थी और बस की हाइट भी सामान्य से बहुत ज्यादा थी।
अमृतसर से चलकर UP के लखनऊ में पहुंचनी थी बस
ट्रैफिक इंचार्ज ने चालक और परिचालक से बस के रूट के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह बस पंजाब के अमृतसर से चलकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पहुंचनी थी और यह बस 52 सीट है, जिसमें 52 लोगों के बैठने की अनुमति है, लेकिन जान जोखिम में डालकर बस संचालकों द्वारा 147 सवारियां बैठाई गई जो कहीं ना कहीं पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा पुलिस पर सवालिया निशान लगाती है कि कैसे एक अवैध बस एक स्टेट से दूसरे स्टेट में अवैध तरीके से चल रही है और जिनको रोकने वाला कोई नहीं है।
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