Edited By Rakhi Yadav, Updated: 24 Sep, 2018 01:23 PM
प्रदेस के पंजाबी नेता भगवांधारियां तै ज्यादा खुश कोणी सै। मुख्यमंत्री नै तो खासे ई नाराज चाल रह्यै सै। प्रदेस कै पंजाबी नेतावां नै कई बार यू बात अलग-अलग मंचां पै बी सांझी की सै। इन नेतावां का कैणा सै ....
अंबाला: प्रदेस के पंजाबी नेता भगवांधारियां तै ज्यादा खुश कोणी सै। मुख्यमंत्री नै तो खासे ई नाराज चाल रह्यै सै। प्रदेस कै पंजाबी नेतावां नै कई बार यू बात अलग-अलग मंचां पै बी सांझी की सै। इन नेतावां का कैणा सै कै पंजाबी मुख्यमंत्री होंदे होए बी सरकार नै इनके लिए कुछ न किया। जाट आंदोलन म्हैं बी पंजाबियां की दुकानां ई ज्यादा जली अर लूटी बी गईं। मुआवजा बी दिया ग्या वा बी इनकै बराबर। मुख्यमंत्री दौरे गृह मंत्रालय बी सै पर वा कैद बी अपराधां पै कोणी लगा पाए।
हरियाणा प्रदेस के इतिहास म्हैं पंजाबियों का योगदान किसी नै छिपया कोणी सै। आजादी की लड़ाई तैं लैके इब तक एहनां लोग्गां पंजाबियां नै सारी दुनिया म्हैं नाम कमाया सै। न्यूं तो दूजीयां पाॢटयां आलेआं नै बी पंजाबी नेतावां नै नजरअंदाज किया सैं पर इबकै मुख्यमंत्री कै पंजाबी होण के नाते पंजाबी नेतावां की पूछण की उम्मीद तो राखनी ई सै। सरकार नै इलैक्सनां तै तपहल्यां इन नेतावां की खोप-खबर ले लैणी चइए नई तो इनकी नाराजगी भारी पडे सकै सै इलैक्सनां म्हैं।