Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 10 Aug, 2024 08:33 PM
पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ने वाले मोहित ग्रोवर आखिर कार कांग्रेस में शामिल हो गए। सूत्रों की माने तो मोहित ग्रोवर पहले भाजपा के लिए प्रयासरत थे, लेकिन भाजपा में उनकी बात नहीं बन पाई।
गुड़गांव, (ब्यूरो): पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ने वाले मोहित ग्रोवर आखिर कार कांग्रेस में शामिल हो गए। सूत्रों की माने तो मोहित ग्रोवर पहले भाजपा के लिए प्रयासरत थे, लेकिन भाजपा में उनकी बात नहीं बन पाई। इस बीच वे कई महीनों से कांग्रेस नेताओं के संपर्क के प्रयास में थे लेकिन आला नेताओं की ओर से समय नहीं दिए जाने पर वे शिनवार को दिल्ली पहुंचे जहां पूर्व मुख्यमंत्री भुपेन्द्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए।
हैरानी इस बात की है कि मोहित ग्रोवर जिस पंजाबी समुदाय से आते हैं उस समुदाय का कोई भी पंजाबी नेता उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। यहां तक कि पंकज डावर जो कांग्रेस में पंजाबी समुदाय के बड़े नेता हैं वो भी मोहित ग्रोवर के इस ज्वाइनिंग कार्यक्रम से दूर रहे। जानकारों का कहना है कि मोहित ग्रोवर पिछले चुनाव में अचानक चर्चा में आए थे, पिछले चुनाव को बजबूत करने में उनके पिता मदनलाल ग्रोवर का बड़ा हाथ माना गया था, लेकिन मदन लाल ग्रोवर के आकष्मिक निधन हो जाने के बाद से ही मोहित ने राजनीति व सामाजिक कार्यों से दूरी बना ली थी।
अब दोबारा विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर वे किसी नेशल पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए पहले तो भाजपा में जाने के प्रयास किए लेकिन बाद में कांग्रेस में जाने का फैसला किया और शानिवार को कांग्रेस में शामिल हुए, लेकिन जिस तरह आज कोई गुरुग्राम का चर्चित राजनैतिक चेहरा उनके साथ ज्वानिंग में नहीं गया और उनके समुदाय का भी कोई चर्चित चेहरा नहीं दिखा उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में उनकी राह आसान होने वाली नहीं है।