Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 29 Nov, 2023 07:51 PM
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श्री करौली शंकर महादेव, पूर्वज मुक्ति धाम में सोमवार को पूर्णिमा का विशेष दरबार संपन्न हुआ।
गुड़गांव ब्यूरो : श्री करौली शंकर महादेव, पूर्वज मुक्ति धाम में सोमवार को पूर्णिमा का विशेष दरबार संपन्न हुआ। मौके पर हजारों श्रद्धालु इस कार्यक्रम में पहुंचे और श्री करोली शंकर गुरूजी से गुरु मंत्र प्राप्त किया। कानपुर में स्थित श्री करौली शंकर महादेव, पूर्वज मुक्ति धाम के कार्यक्रम के समन्वयक के मुताबिक दरबार में आए भक्तों को मंत्र दीक्षा एवं तंत्र दीक्षा दी गई। अक्सर लोग मंत्र - तंत्र का नाम सुनकर घबरा जाते है क्योंकि आज तक इसके नाम पर लोगो को सिर्फ भयभीत करने का कार्य किया गया है परंतु इस दरबार की विशेषता यही है कि यहां पर आए भक्त मंत्र - तंत्र से डरते नहीं क्योंकि श्री करौली शंकर गुरूजी का यह मानना है कि यह भी साधना, आस्था और व्यवस्था का प्रतीक है।
दरबार में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि उनके पास धन्य ही धान्य या मानवीय सुखों की कमी नहीं थी परंतु फिर भी जीवन का उद्देश्य व सच्चा सुख उन्हें नहीं मिल पा रहा था। परंतु इस दरबार में आकर गुरूजी से गुरु मंत्र प्राप्त करने के बाद उन्हें अपने जीवन की एक नई दिशा प्राप्त हुई है।
भक्तों की माने तो जिस तरह की दीक्षा श्री करौली शंकर महादेव, पूर्वज मुक्ति धाम में दी जाती है उस प्रकार का ज्ञान विश्व भर में कही नही प्राप्त हो सकता। यही कारण है कि श्री करौली शंकर महादेव के भक्त न केवल भारत में परंतु पूरे विश्व में उनकी आराधना करते हैं।
हिंदू ग्रंथो के अनुसार यह पूरा भ्रमांड पांच तत्वों से मिलकर बना है- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश और यहीं तत्व हमारे शरीर का निर्माण करते है। श्री करौली शंकर महादेव धाम में हुए कार्यक्रम में भक्तों की पंच महाभूत शुद्धि करायी गयी जो की दीक्षा लेने के लिए अनिवार्य है । पंच महाभूत शुद्धि होने के बाद गुरुमंत्र दिया गया। पंच महाभूत शुद्धि हमारे पांच तत्वों पर महारत हासिल करने के लिए की जाती है।
दरबार में आए भक्तों का कहना है कि उन्हें श्री करौली शंकर गुरूजी की शरण में आकर सुख और शांति की अनुभूति हुई। श्री करौली शंकर महादेव, पूर्वज मुक्ति धाम के समन्वयक के अनुसार गुरुजी द्वारा दिया गया यह ज्ञान कोई भी व्यक्ति अपने परिवार की जिम्मेदारियों निभाते हुए अनुसरण कर सकता है । उन्होंने यह भी कहा कि पंच महाभूत शुद्धि कोई फसाना या दिखावा नहीं है परंतु जीवन जीने का एक ऐसा तरीका जिससे आप हठयोग से दूर रहकर, जीवन को प्रत्यक्ष रूप से महसूस करते है। कानपुर में लगने वाले इस दरबार को करौली सरकार के नाम से भी जाना जाता है और प्रति माह पूर्णिमा के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे होते है व इस दीक्षा को प्राप्त करते है।