Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 23 Apr, 2025 07:38 PM
पवन कुमार गुराजादा, सीनियर फ़ैकल्टी, *ग्रेट लर्निंग* और अडजंक्ट लेक्चरर, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी ने कहा आज की तेजी से विकसित होती तकनीकी दुनिया में, जनरेटिव AI एक शक्तिशाली टूल के रूप में उभर रहा है, जिसे नई पीढ़ी को न सिर्फ़ समझना चाहिए, बल्कि...
गुड़गांव ब्यूरो : पवन कुमार गुराजादा, सीनियर फ़ैकल्टी, *ग्रेट लर्निंग* और अडजंक्ट लेक्चरर, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी ने कहा आज की तेजी से विकसित होती तकनीकी दुनिया में, जनरेटिव AI एक शक्तिशाली टूल के रूप में उभर रहा है, जिसे नई पीढ़ी को न सिर्फ़ समझना चाहिए, बल्कि इसमें महारत हासिल कर इसे प्रभावी रूप से अपनाना भी चाहिए। जनरेटिव AI आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिस्टम को रेफ़र करता है जो प्रशिक्षित डेटा के आधार पर कॉन्टेंट तैयार कर सकती हैं, जैसे कि टेक्स्ट, इमेज, म्यूज़िक या यहां तक कि सॉफ़्टवेयर कोड। पारंपरिक AI की तुलना में, जिसके लिए मशीन लर्निंग (ML)और डेटा साइंस का गहरा ज्ञान ज़रूरी होता है, जनरेटिव AI मुख्य रूप से सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग स्किल्स पर केंद्रित है। यह बदलाव एंट्री बैरियर को काफ़ी कम कर देता है, जिससे युवा इंजीनियर और पेशेवर AI-सक्षम एप्लिकेशन को ज़्यादा तेज़ी और कुशलता से विकसित कर सकते हैं। इसके अलावा, जनरेटिव AI नियमित कामों को ऑटोमेटिक करके और उत्पादकता सॉफ़्टवेयर में AI-संचालित सहायकों जैसे टूल्स के साथ वर्कफ़्लो को बढ़ाकर अलग-अलग भूमिकाओं में युवा पेशेवरों के लिए उत्पादकता को नाटकीय रूप से बढ़ा सकता है। इसके अतिरिक्त, युवा क्रिएटर्स के लिए, जनरेटिव AI-संचालित टूल्स हाई-क्वालिटी वाले कॉन्टेंट का उत्पादन करना आसान और तेज़ बनाकर कॉन्टेंट क्रिएशन में बदलाव ला रहे हैं। यह तेज़ी से पुनरावृत्ति और प्रभावी कॉन्टेंट उत्पादन को सक्षम बनाता है, क्रिएटिव अभिव्यक्ति और पेशेवर विकास के लिए नए रास्ते खोलता है।
जनरेटिव AI का सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग स्किल पर निर्भर होना, जटिल ML नॉलेज की तुलना में, AI विकास को अधिक सुलभ बनाता है। पारंपरिक AI विकास में आमतौर पर जटिल एल्गोरिदम, डेटा प्रीप्रोसेसिंग और सांख्यिकीय मॉडलिंग की मज़बूत समझ की ज़रूरत होती है, जो नए सीखने वालों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके विपरीत, जनरेटिव AI अक्सर पहले से प्रशिक्षित मॉडल और फ़्रेमवर्क का इस्तेमाल करता है, जिससे डेवलपर्स इन टूल्स का लाभ उठा सकते हैं, बिना उनके पीछे की जटिल गणितीय प्रक्रियाओं में गहराई से जाने की ज़रूरत पड़े। यह सुविधा उन युवा इंजीनियरों के लिए एक बड़ी संभावना खोलती है, जो पहले से ही सॉफ़्टवेयर विकास में कुशल हैं लेकिन AI में विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया है। वे बिना पारंपरिक AI को सीखने की मुश्किल प्रक्रिया से गुजरे, जनरेटिव AI मॉडल को अपने एप्लिकेशन में इंटीग्रेट कर इनोवेटिव कर सकते हैं।
इस बदलाव के प्रभाव गहरे हैं। युवा इंजीनियर, जो आमतौर पर नई तकनीकों को अपनाने और सीखने के लिए अधिक उत्सुक होते हैं, जनरेटिव AI का इस्तेमाल करके विकास प्रक्रिया को तेज़ कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, वे कोड जनरेशन को ऑटोमेटिक करने, सॉफ़्टवेयर डिबग करने और यूज़र इंटरफेस डिज़ाइन करने में जनरेटिव AI का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे न सिर्फ़ विकास चक्र तेज़ होता है, बल्कि बनाए गए एप्लिकेशन की क्वालिटी और कार्यक्षमता भी बेहतर होती है। इसके अलावा, विचारों को तेज़ी से प्रोटोटाइप और परिष्कृत करने की क्षमता युवा डेवलपर्स को नए विचारों पर प्रयोग करने और उन्हें जल्द मार्केट में लाने में सक्षम बनाती है, जिससे इनोवेशन और क्रिएटिविटी की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
इसके अलावा, जनरेटिव AI स्किल्स को युवा पेशेवरों के टूलकिट में शामिल करने से उनकी उत्पादकता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हो सकती है, चाहे उनका कार्यक्षेत्र कोई भी हो। आज के तेज़ी से बदलते कार्यस्थल में, जनरेटिव AI-संचालित टूल, जैसे कि ऑफ़िस 365 जैसे उत्पादकता सॉफ़्टवेयर में कोपाइलट, तेज़ी से आम होते जा रहे हैं। ये AI-असिस्टेंट रूटीन कामों को ऑटोमेटिक करने, दस्तावेज़ तैयार करने, रिपोर्ट जनरेट करने और डेटा विश्लेषण के आधार पर ज़रूरी जानकारी प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। युवा पेशेवरों के लिए, इसका मतलब है कि वे अपनी ऊर्जा रणनीतिक और क्रिएटिव कामों पर केंद्रित कर सकते हैं, बजाय इसके कि वे दोहराए जाने वाले कामों में उलझे रहें। नतीजा यह होता है कि वर्कफ़ोर्स ज़्यादा कुशल और उत्पादक बनता है, जिससे कम समय में ज़्यादा हासिल किया जा सकता है।
जनरेटिव AI का लाभ कॉन्टेंट क्रिएशन के क्षेत्र में भी साफ़ तौर पर देखा जा सकता है, यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां हाल के साल में कई नए टूल विकसित हुए हैं, जो क्रिएटिव प्रक्रिया को आसान और प्रभावी बनाते हैं। कैनवा और मैजिक स्डूडियो जैसे प्लेटफ़ॉर्म जनरेटिव AI का इस्तेमाल करके यूज़र्स को सरल टेम्पलेट, डिज़ाइन सुझाव और ऑटोमेटिक तौर पर कॉन्टेंट जनरेशन की सुविधा प्रदान करते हैं। युवा क्रिएटर्स के लिए इसका मतलब यह है कि वे बिना एडवांस डिज़ाइन स्किल के भी हाई क्वालिटी वाले कॉन्टेंट जल्दी तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा, वे अपने कॉन्टेंट को तुरंत संशोधित और परिष्कृत कर सकते हैं, जिससे उनकी क्रिएटिव प्रक्रिया तेज़ हो जाती है। इससे वे ट्रेंड और ऑडियंस के फ़ीडबैक के हिसाब से तेज़ी से काम कर सकते हैं। आज की डिजिटल दुनिया में, जहां समय पर और प्रभावशाली कॉन्टेंट सफलता में अहम भूमिका निभाता है, यह तेज़ी और सुविधाजनक बेहद ज़रूरी है।
इसके अलावा, जनरेटिव AI के ज़रिए कॉन्टेंट क्रिएशन का लोकतंत्रीकरण युवा क्रिएटर्स को खुद को व्यक्त करने और व्यापक दर्शकों तक पहुंचने की शक्ति देता है। वे अलग-अलग शैलियों, फ़ॉर्मैट्स और माध्यमों के साथ प्रयोग कर सकते हैं, जिससे पारंपरिक कॉन्टेंट क्रिएशन की सीमाओं को आगे बढ़ाया जा सकता है। चाहे वह आकर्षक सोशल मीडिया पोस्ट बनाना हो, मार्केटिंग कॉन्टेंट डिज़ाइन करना हो, या मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन तैयार करना हो, जनरेटिव AI ऐसे टूल प्रदान करता है जो उनके काम को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं और ज़्यादा प्रभावशाली बना सकते हैं। यह सशक्तिकरण न सिर्फ़ व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित करता है बल्कि ऑनलाइन उपलब्ध कॉन्टेंट की विविधता और समृद्धि में भी योगदान देता है।
जनरेटिव AI की क्षमता सिर्फ़ व्यक्तिगत उत्पादकता और क्रिएटिविटी तक सीमित नहीं है; यह संपूर्ण उद्योगों को बदलने की क्षमता रखता है। जब हम युवाओं को जनरेटिव AI कौशल से लैस करते हैं, तो हम एक ऐसी पीढ़ी तैयार कर रहे हैं जो इनोवेशन को आगे बढ़ा सकती है और जटिल चुनौतियों का समाधान कर सकती है।उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य क्षेत्र में जनरेटिव AI व्यक्तिगत उपचार योजनाएं डिज़ाइन करने या रिसर्च के लिए सिंथेटिक डेटा जनरेट करने में मदद कर सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में, यह छात्रों की व्यक्तिगत ज़रूरतों के हिसाब से अनुकूलित लर्निंग सामग्री तैयार कर सकता है। इसकी संभावनाएं असीमित हैं, और युवा, जिनके पास नई दृष्टि और तकनीकी दक्षता है, इन बदलावों का लीड करने के लिए सबसे सही हैं।
जनरेटिव AI की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए, यह ज़रूरी है कि युवाओं को सीखने और प्रयोग करने के लिए सही संसाधन और अवसर प्रदान किए जाएं। शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग के नेताओं और नीति-निर्माताओं को मिलकर काम करना चाहिए, ताकि जनरेटिव AI प्रशिक्षण को कोर्स और प्रोफ़ेशनल ग्रोथ से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल किया जा सके। अगर हम एक ऐसा वातावरण तैयार करें जो खोज और इनोवेशन को प्रोत्साहित करे, तो हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि युवा सिर्फ़ तकनीक के उपभोक्ता न बनें, बल्कि इसके विकास में सक्रिय योगदान भी दें।
आखिर में, जनरेटिव AI एक वदलाव करने वाली शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे आज की युवा पीढ़ी को अपनाना और लीड करना चाहिए। मशीन लर्निंग पर केंद्रित से कोर सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग स्किल की ओर यह बदलाव एंट्री बैरियर को कम करता है, जिससे युवा इंजीनियर तेज़ी से और अधिक कुशलता से AI-समर्थित एप्लिकेशन विकसित कर सकते हैं। AI विकास का यह लोकतंत्रीकरण, AI-संचालित टूल्स द्वारा प्रदान की गई उत्पादकता वृद्धि के साथ मिलकर, युवा पेशेवरों को अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने और ज़्यादा हासिल करने के लिए सशक्त बनाता है। इसके अलावा, जनरेटिव AI-आधारित कॉन्टेंट क्रिएशन टूल्स की तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता युवा क्रिएटर्स को उच्च-क्वालिटी वाली सामग्री को तेज़ी और प्रभावी रूप से बनाने के अभूतपूर्व अवसर प्रदान करती है। अगर हम युवाओं को जनरेटिव AI स्किल से लैस करते हैं, तो हम न सिर्फ़ उनकी व्यक्तिगत क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं, बल्कि इनोवेशन और क्रिएटिविटी से प्रेरित भविष्य का रास्ते भी तैयार कर रहे थे।इच्छुक युवा *ग्रेट लर्निंग* अकादमी प्रीमियम जैसे प्लेटफॉर्म से केवल 4000 रुपये में जेनरेटिव एआई सीख सकते हैं।