Edited By kamal, Updated: 19 Jun, 2019 08:17 AM
अपनी मांगों को लेकर मिड-डे मील वर्कर्स सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती हुई उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन...
भिवानी(पंकेस): अपनी मांगों को लेकर मिड-डे मील वर्कर्स सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती हुई उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन देने पहुंची। साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे चुप नहीं बैठेंगी और 19 जून को महेंद्रगढ़ में शिक्षा मंत्री के आवास स्थान का घेराव करेंगी। मिड-डे मील कर्मियों ने कहा कि मोदी सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है।
सरकार ने जो वायदे किए थे उनको नहीं लागू नहीं कर रही है। मिड-डे-मील वर्कर्स नेता कामरेड राजकुमार ने कहा कि सरकार मिड-डे मील वर्कर्स का शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें महज 3500 रुपए मेहनताने के रूप में दे रही है, जो कि उनके साथ अन्याय है।
महंगाई बढ़ रही है लेकिन उनके मेहनताने में सालाना बढ़ौतरी भी नहीं होती है।
उन्होंने 21 हजार रुपए न्यूनतम वेतन दिए जाने, सामाजिक सुरक्षा दिए जाने व सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी 16 सूत्री मांगों को जब तक नहीं माना जाता है तब तक वे चुप नहीं बैठेंगी, आज देश भर में उनका विरोध प्रदर्शन है। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो उनका आंदोलन सड़कों पर जारी आ जाएगा। आंदोलन के मद्देनजर 19 जून को महेंद्रगढ़ में शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करेंगी।
उन्होंने कहा कि वे सरकारी स्कूलों में लगी हुई हैं, इसलिए उन्हें सरकारी कर्मचारी या श्रमिक माना जाए और साल में 12 महीने बंधा मासिक वेतन दिया जाए। छुट्टियों के पैसे न काटे जाएं। वही सरकार ने सरकारी स्कूलों को बंद करने की बात का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इस फरमान को वापस ले।