Edited By Updated: 29 Jan, 2016 08:33 AM
हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार किया गया आईएसआईएस का संदिग्ध मूक बधिर है और पुलिस व खुफिया एजेंसियों के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि वो कैसे जासूसी करता था।
अंबाला: हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार किया गया आईएसआईएस का संदिग्ध मूक बधिर है और पुलिस व खुफिया एजेंसियों के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि वो कैसे जासूसी करता था। पकड़ा गया संदिग्ध न तो बोल पाता है और न ही सुन सकता है। इतना ही नहीं उसे पढ़ना-लिखना भी नहीं आता है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक संदिग्ध पिछले दस साल से राजकोट के साईं मंदिर के बाहर भीख मांगता था। वह राजकोट में ही रेलवे के खंडहर बन चुके एक क्वॉर्टर में रह रहा था।
एजेंसियों को पता चला है कि संदिग्ध का अहमदाबाद में रहने वाले आईएसआईएस के एक गुर्गे के साथ संबंध था लेकिन अभी तक उस गुर्गे का नाम सामने नहीं आया है। खुफिया एजेंसियों ने राजकोट रेलवे स्टेशन के आसपास के काम करने वालों और वहां दुकान चलाने वालों से भी संदिग्ध के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि संदिग्ध का नाम असलम है और वह साईं मंदिर के पास भीख मांगने का काम करता था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि संदिग्ध जासूसी कैसे करता था और उसका आईएसआईएस के साथ क्या रिश्ता है व कौन है जो उसके सम्पर्क में था।