Edited By Naveen Dalal, Updated: 02 Aug, 2019 07:55 PM
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सबसे पहले शोक प्रस्ताव पढ़े गए और सदस्यों ने सदन में दो मिनट का मौन रखा तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। सदन में जिनके लिए शोक संदेश पढ़े गये उनमें गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर...
चंडीगढ़ (ब्यूरो): हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सबसे पहले शोक प्रस्ताव पढ़े गए और सदस्यों ने सदन में दो मिनट का मौन रखा तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। सदन में जिनके लिए शोक संदेश पढ़े गये उनमें गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली की भूतपूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, हरियाणा की भूतपूर्व मंत्री शारदा रानी व संयुक्त पंजाब विधानसभा की भूतपूर्व सदस्य स्नेह लता शामिल हैं। इसके अलावा, चार स्वतंत्रता सेनानियों में जिला कुरुक्षेत्र के गांव कराह साहिब के जगीर सिंह, जिला रेवाड़ी के गांव मुसेपुर के रामनारायण, जिला अम्बाला के अम्बाला शहर के देसराज भट्ट और जिला चरखी दादरी के गांव द्वारका के दुलीचंद शामिल हैं। इसी प्रकार मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सेनाओं के 34 शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
इसके अलावा, सदन में हरियाणा के कावडिय़ों के अलग-अलग सडक़ दुर्घटनाओं में हुए दु:खद एवं असामयिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया गया। सदन में विधायक सीमा त्रिखा के पिता कैलाश चन्द्र मल्होत्रा, विधायक आनंद सिंह दांगी के बहनोई हरिओम सिंह सिवाच, विधायक सुभाष सुधा के भाई कृष्ण लाल सुधा, विधायक रहीस खान की माता अतरी बेगम, विधायक लतिका शर्मा की जेठानी संतोष शर्मा, पूर्व मंत्री बलवंत राय तायल के पुत्र यशवंत राय, पूर्व मंत्री सीता राम सिंगला की माता शांति देवी, पूर्व मंत्री जगदीश नेहरा की बहन गोरा देवी, पूर्व मंत्री भीम सेन मेहता के पिता रामकिशन, पूर्व विधायक राम चन्द्र कम्बोज की दादी कर्मो बाई, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया के भतीजे नरेश कुमार और विधायक जयवीर सिंह के बड़े भाई उम्मेद सिंह के दु:खद निधन पर भी शोक प्रकट किया गया। इसके बाद सदस्यों ने सदन में दो मिनट का मौन रखा तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।