Edited By Updated: 08 Feb, 2016 01:50 PM
मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों को एक बार फिर से ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है।
यमुनानगर (सुमिर अॉबरोय): मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों को एक बार फिर से ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। आलम यह है कि वापिस लौट रही सर्दियों में अभी लोगों ने गर्म कपड़े वापिस रखे ही थे कि अचानक बारिश होने से जमा देने वाली सर्दी एवं ठिठुरन फिर से लौट आई है।
जानकारी के अनुसार, यमुना की धरती यमुनानगर में गत सुबह से ही पानी-पानी है और मूसलाधार बारिश से लगभग वापिस जा चुकी सर्दी एक बार फिर से लौट आई है। बारिश के साथ जमा देने वाली ठंडी हवाओं से बचने लिए लोग यहां-वहां दुबकने पर मजबूर हो गए,
टी-स्टाल में तरपैल के नीचे छिपकर बारिश रूकने का इंतजार करते यह लोग इसी की बानगी भर है। तरपाल भले टपक रही है, लेकिन बाहर हो रही बारिश से तो राहत दे ही रही है। ठंड से बचने के लिए लोग चाय का सहारा ले रहे है और चाय बेचने वालों के चहरे भी चमक उठे है।
सर्दी में जम रहे हाथों में चाय के गिलास भी राहत देने का काम कर रहे थे। जो लोग छातें लेकर घर से बाहर निकले थे वह तो मुश्किलों का सामना करते हुए भी जैसे-तैसे अपने-अपने काम निपटाते दिख रहे थे, लेकिन जो लोग बिना तैयारियों के घर से निकले थे। वह बीवी बच्चों के साथ बारिश से बचने के लिए भागते हुए दिखे।
दिनभर सूर्य देव बादलों की कंबली में लिपटे रहे और दौपहर में ही देर श्याम वाली लो-विडिब्लिटी बनी रही। हरियाणा-उत्तरप्रदेश हाईवे नंबर 73 पर हरिद्वार मार्ग से आने-जाने वाले वाहन लो-विजिब्लिटी के चलते दिन में ही लाईटें जलाकर चलने पर मजबूर थे।