Edited By Updated: 24 Nov, 2015 02:49 PM
हरियाणा में दलितों पर हो रहे अत्याचार जग जाहिर है। इसमें एक कड़ी और जुड़ गई है। दरसअल, प्रदेश में गरीबों की सुनने वाला शायद कोई नहीं है।
हिसार (दिनेश भारती): हरियाणा में दलितों पर हो रहे अत्याचार जग जाहिर है। इसमें एक कड़ी और जुड़ गई है। दरसअल, प्रदेश में गरीबों की सुनने वाला शायद कोई नहीं है। इसीलिए दंबगों के हौसले इतने बुलंद हो जाते हैं कि वे किसी को भी अपनी ताकत दिखाने से बाज नहीं आते।
हिसार के गांव मुंजादपुर में दलित परिवार के साथ दंबगों ने केवल मारपीट ही नहीं की बल्कि एक युवती को जबरन गोबर भी खिलाया। पीड़ित रामधारी ने बताया कि वे दूध निकाल रहे थे उस वक्त उन पर अचानक हमला किया गया और उनकी बेटी को जबरन गोबर खिलाया गया।
रामधारी का परिवार जहां रहता है। उसके थोड़ी दुरी पर उन्होंने उपले थापना शुरू कर दिया था लेकिन उसपर दबगो ने जबरन कब्जा कर लिया। बीते दिन भी इसपर जमकर झगड़ा और बवाल हुआ। दबंगो ने उनके घर पर हमला किया और मारपीट कर परिवार की छोटी बेटी ऊषा जो है उसने बीचबचाव करने की कोशिश की लेकिन उसे भी बेहद बेरहमी से मारा गया।
यही नहीं दोनों बाप-बेटी को गोबर खिला दिया गया और कहा गया कि उनकी इतनी मजाल कि वे जाटों से पंगा ले। दोनों को चोटिल देख आसपड़ोस ने उन्हें सामान्य अस्पताल हिसार पहुंचाया, जहां देर रात भी आरोपियों ने उनपर हमला किया। यही नहीं इसकी जब शिकायत की गई तो उन्हें ही धमकाया गया। यहां तक भी कहा गया कि वर कौन सा जज है जो मामले में इतना ज्यादा संलिप्तता कर रहे है।
हिसार के सामान्य अस्पताल में दलित परिवार का उपचार चल रहा है। घायल रामधारी के पुत्र अशोक कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के एक मनोज नामक युवक ने उनके पिता पर जब हमला किया तब वे दूध निकाल रहे थे। इस दौरान आरोपी युवक ने उन्हें जातिसूचक अपशब्द भी कहे। घायल पिता वे हिसार के सामान्य अस्पताल में ले आए जहां उनका इलाज चल रहा है।
बहरहाल इस पूरे मामले जिस प्रकार से पीड़ित रामधारी गांव के दंबगों पर आरोप लगा रहा है कि उनकी बेटी को जबरन गोबर खिलाया गया इसे किसी भी सूरत में मानवीय कृत्य नहीं कहा जा सकता। इस पूरे मामले में अभी तक पुलिस ने आरोपी को हिरासत में नहीं लिया ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है।