Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Jun, 2017 11:54 AM
केंद्र सरकार द्वारा 1 जुलाई से कपड़ों पर जी.एस.टी. लगाए जाने के विरोध में प्रदेश भर में कपड़ा व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कालांवाली (संजीव सिंगला/सतनाम सिंह):केंद्र सरकार द्वारा 1 जुलाई से कपड़ों पर जी.एस.टी. लगाए जाने के विरोध में प्रदेश भर में कपड़ा व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने सरकार से कपड़ा व्यापार को जी.एस.टी से बाहर रखने की मांग की है। कपड़ा व्यपारी प्रधान बब्बू महेश्वरी के नेतृत्व में भगत सिंह मार्कीट मेें एकत्रित हुए, जहां व्यापारियों को संबोधित करते हुए प्रधान बव्बू महेश्वरी ने कहा कि आजादी के बाद से ही कपड़ा व्यवसाय टैक्स मुक्त रहा है, लेकिन भाजपा सरकार द्वारा कपड़ों पर जी.एस.टी. लगा दिया गया है। जिससे छोटे व माध्यम वर्ग के कपड़ा व्यापारी सड़कों पर आ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जी.एस.टी.के चलते कपड़ा व्यव्साय के अस्तित्व पर संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी.के विरोध में कपड़ा व्यापारी 3 दिन तक अपनी दुकानें बंद कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवाऐंगे और सरकार से कपड़ा व्यव्साय को जी.एस.टी.से बाहर रखने की मांग रखेंगे। मौके पर प्रधान बब्बू महेश्वरी, अमन कुमार, गुरप्रीत सिंह, कुक्कु रोड़ी, सोनू बांसल, हेम राज, बिल्लू जैन, हीरा सिंह, कुलतार मक्कड़, तरण सिंह, अंग्रेज सिंह, प्यारा सिंह, प्रेम मोंगा, जग्गी तायल, सुरेंद्र कुमार, भारत जैन आदि मौजूद थे।
नारनौल:नारनौल में भी कपड़ा व्यापारियों ने GST के विरोध में अपनी दुकाने बंद रखीं। उन्होंने कपड़ा व्यापार को जी.एस.टी से बाहर रखने की मांग की है।