Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Aug, 2017 03:46 PM
प्रदेश के 14 हजार सरकारी स्कूलों में अब बिजली की समस्या खत्म हो जाएगी।
चंडीगढ़ (सनमीत):प्रदेश के 14 हजार सरकारी स्कूलों में अब बिजली की समस्या खत्म हो जाएगी। लाइट जाने पर भी पंखे चलते रहेंगे। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में सोलर पावर पैनल लगाने का फैसला किया है। पहले यह सोलर पैनल केवल 10 हजार प्राइमरी स्कूलों में लगने थे और इसमें पहले चरण में 4500 स्कूलों को कवर किया जाना था। फाइल भी वित्त विभाग से अप्रूवल हो गई थी। लेकिन जब सी.एम. को इस प्रोजैक्ट का पता चला तो योजना में बदलाव करवाते हुए प्रदेश के सीनियर और हाई स्कूलों में सोलर पैनल लगाने के निर्देश दिए। तब शिक्षा विभाग को दोबारा से एस्टीमेट बनाना पड़ा।
शुरूआत में इस प्रोजैक्ट पर करीब 15 करोड़ खर्च होना था और इसमें 300 वाट्स से 2 किलोवाट तक के सोलर पावर पैनल लगने थे, ताकि बंद पड़े एजुसैट सिस्टम को चलाया जा सकें। शिक्षा विभाग के निवर्तमान अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास अपने तबादले से करीब 3 दिन पहले इस फाइल को अप्रूव कर गए थे। हरियाणा उत्कर्ष सोसायटी और हरेडा इस प्रोजैक्ट को पूरा करेगा।
1 से लेकर 21 किलोवाट क्षमता के लगेंगे सोलर पावर पैनल
नई फाइल के अप्रूव होने के बाद 3 साल के भीतर सभी प्राइमरी, सीनियर और हाई स्कूलों में सोलर पावर पैनल लगाए जाएंगे। पहले चरण में 3222 से ज्यादा सीनियर और हाई स्कूल को कवर किया जाएगा। अब बजट 450 करोड़ रुपए हो गया और पहले चरण में 250 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। अब एक किलोवाट से लेकर 21 किलोवाट तक की क्षमता के सोलर पावर पैनल लगेंगे। ज्यादातर स्कूलों में 6 से 7 किलोवाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा पैनल लगाने की योजना है।
किलोवाट क्षमता स्कूल संख्या
1 27
2 79
3 51
4 71
5 332
6 931
7 883
8 356
9 192
10 324
11 43
12 24
13 34
14 30
15 23
16 27
17 18
18 28
19 2
20 2
21 2