Edited By Updated: 21 Feb, 2017 04:49 PM
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वावधान में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अलावलपुर में चल रहे धरने में सोमवार को भी लोगों का आना जारी रहा।
पलवल/कुरुक्षेत्र:अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वावधान में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अलावलपुर में चल रहे धरने में सोमवार को भी लोगों का आना जारी रहा। जाट नेताओं ने अब असहयोग आंदोलन की शुरुआत करने की बातें कहनी शुरू कर दी हैं। इसके तहत एक मार्च से जाट समुदाय के दूधिया और किसान दूध-सब्जी की आपूॢत रोक सकते हैं और यदि उनकी मांग नहीं मानी गईं तो वे संसद का घेराव करेंगे। इसके लिए 21 फरवरी से जाट समाज के लोगों का रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। संसद के घेराव की घोषणा दो मार्च को की जाएगी। उस दिन दिल्ली में प्रदर्शन भी होगा।
समिति के जिला अध्यक्ष धर्मवीर तेवतिया के अनुसार एक मार्च को एक दिन के लिए दूध व सब्जी की सप्लाई रोकी जाएगी तथा दूध का प्रयोग जाट अपने घरों पर ही विभिन्न उत्पाद तैयार करके करेंगे। इसकी तिथि 26 फरवरी को घोषित की जाएगी। इसके अलावा एक मार्च से बिजली, पानी व कर्जों का भुगतान भी रोका जाएगा। इसके अलावा जन प्रतिनिधियों से समर्थन पत्र भी लिए जाएंगे। सोमवार को धरने पर महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। जिला प्रधान धर्मवीर तेवतिया पानीपत में सरकार से हो रही वार्ता में हिस्सा लेने के लिए गए हुए थे। धरना पर दुलीचंद शास्त्री, बेगराज, लेखी नंबरदार, इंद्रराज, जयराम पहलवान, हेतलाल पहलवान, देवेंद्र तेवतिया, परसंदी, अंगूरी, रामवती, भारती, वीरवती, महारानी मौजूद थीं।