Edited By Updated: 23 May, 2017 12:56 PM
जैन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली एक कोरियरमैन की बेटी भी हुई रिजल्ट की गड़बड़ी का शिकार हो गई।
अम्बाला छावनी (जतिन्द्र):जैन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली एक कोरियरमैन की बेटी भी हुई रिजल्ट की गड़बड़ी का शिकार हो गई। रिजल्ट में 447 अंक व हर पेपर में आए अंकों के अनुसार 474 अंक प्राप्त कर जैन स्कूल की रश्मि ने जिले में टॉप किया। रश्मि अपनी लगन व मेहनत से गरीब परिवार में पली। एक कोरियरमैन की बेटी ने अपनी मां के सपनों को साकार करने की ठानी कि मैं भी बेटे की तरह इंजीनियर बनकर अपने परिवार का नाम रोशन करूंगी व अपने छोटे भाई-बहनों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनना चाहती हूं।
रश्मि ने बताया कि शाम 4 बजे आए रिजल्ट ने एक बार तो परेशान कर दिया कि मेरे इतने कम अंक कैसे आए, जिसके लिए मैंने रोते हुए अपना टोटल किया तो पाया कि मेरे अंक टोटल में ज्यादा हैं। इतने में रिजल्ट में गड़बड को लेकर लिंक हटने की खबर से लगा कि मेरे अंक टोटल में ठीक हो सकते हैं पर इसमें भी 2 से अढ़ाई घंटे का समय लगा। रिजल्ट दोबारा आने पर प्रिंसीपल उमा मलिक ने मुझे स्कूल का टॉपर बताया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इसके बाद मुझे अभी तक मिल रही सूचना के अनुसार जिले में मेरे अंक सबसे अधिक हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि मैं ही जिले की टॉपर हूं।
40.5 प्रतिशत रहा जिले का परिणाम
अम्बाला शहर (बलविंद्र): प्रदेश में जहां सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों को 10वीं का परीक्षा परिणाम 50.44 प्रतिशत रहा तो वहीं अम्बाला में 40.5 प्रतिशत रहा। जिले में कक्षा 10वीं में 12,131 बच्चों ने परीक्षा दी थी। जिसमें से 8585 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से 4824 लड़कियों ने परीक्षा पास की।