Edited By Isha, Updated: 31 May, 2024 02:30 PM
सिरसा जिला में आज भी गर्मी का पारा 50 के पार दिखाई दे रहा है जिसका असर आमजनों के जनजीवन पर साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है। आमजनों के साथ साथ इसका सीधा असर बेजुबान जानवरों और पशुओं पर भी
सिरसा(सतनाम): सिरसा जिला में आज भी गर्मी का पारा 50 के पार दिखाई दे रहा है जिसका असर आमजनों के जनजीवन पर साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है। आमजनों के साथ साथ इसका सीधा असर बेजुबान जानवरों और पशुओं पर भी देखने को मिल रहा है। वहीं किसानों को उनकी फसल खराब होने की चिंता सता रही है।
पशुपालकों ने बताया कि इस बार गर्मी ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है जिसका असर आमजनों के साथ साथ पशुओं पर भी खूब देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती गर्मी की वजह से पशु बीमार हो रहे है और दूध भी पहले के मुकाबले में कम ही दे रहे है। पशुपालकों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से उनकी फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है और पशुओं को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के पशु चिकित्सा डॉ कुलभूषण वधवा ने बताया कि जिला सिरसा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सुखविंदर सिंह के दिशा निर्देश अनुसार लगातार गांव में पशु पलकों को जागरूक किया जा रहा है और कैंपों के जरिए पशुओं को गर्मी से बचाव के उपाय बताया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालक अपने पशुओं को ठंडी व छायादार जगह पर बांधे और अगर गांव में तालाब है तो पशुओं को सुबह-शाम को तालाब में छोड़े। इसके साथ साथ पशुओं के खान-पान पर विशेष ध्यान रखें।
उधान विभाग अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि ज्यादा तापमान होने से फल वाले पौधों को इसका नुकसान होने की उम्मीद है। वही सब्जियां भी इस मौसम में खराब हो सकती हैं। इसके लिए किसानों को अपनी फसल के रखरखाव को बेहतर बनाने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए जमीन में पराली दबाकर पानी देना चाहिए ताकि ज्यादा समय तक पानी रहे और जमीन में नमी बनी रहे। वहीं उन्होंने कहा कि जहां पर बाग लगे हुए हैं वहा पर किसानों को खरपतवार निकलवा कर पराली जमीन में दबा देनी चाहिए और उसमें भी पानी लगना चाहिए ताकि जमीन में नमी बनी रहे और हर दूसरे तीसरे दिन जमीन को पानी देना चाहिए जिससे मिट्टी का तापमान संतुलित रहे।