Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Dec, 2017 07:31 PM
साइबर सिटी गुरुग्राम के शिवाजी नगर थाना में तैनात एक महिला सिपाही ने अपने स्टाफ क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें शकीला(35) महिला कॉन्स्टेबल ने अपने...
गुरुग्राम(सतीश राघव): साइबर सिटी गुरुग्राम के शिवाजी नगर थाना में तैनात एक महिला सिपाही ने अपने स्टाफ क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें शकीला(35) महिला कॉन्स्टेबल ने अपने ससुराल वालों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से तफ्तीश कर रही है।
जानकारी के अनुसार मृतक महिला सिपाही बाढड़ा की रहने वाली थी और इसकी शादी दादरी में हुई थी। हालांकि महिला का अपने ससुराल वालों से काफी समय से विवाद चल रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका महिला सिपाही के परिजनों के बयान और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुसाईड नोट- मेरे मरने के लिए पति, सास, ननद सभी जिम्मेदार
महिला ने अपने ससुरालियों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सुसाईड नोट में लिखा कि, आदरणीय डीजी साहब, सीएम साहब और हमारे आईजी साहब सभी से विनम्र निवेदन है कि मेरी नौकरी मेरी बहन सुनीता को दे देना ताकि वो अपने बच्चे को पल सके। उसका पति भी उसे अपने पास नहीं रखता। मेरे मम्मी पापा मुझे माफ़ कर देना जो मैं करने जा रही हूं उसके लिए मुझे माफ कर देना। मैं चाह कर भी अपने बेटे को नहीं भूल पाई। मुझे लगता है कि मेरी पूरी जिंदगी खत्म हो गई है।
मेरा बेटा मेरे पास आएगा लेकिन मेरा बेटा मेरे पास नहीं आया। मेरे बेटे को मुझसे अलग करने में मेरे पति, मेरी सास, ननद सभी जिम्मेदार है। मुझे मरने पर मजबूर करने वाले मेरे ससुराल वाले है। मेरा कोर्ट में केस चल रहा है डिवोर्स का और दो साल हो गए कोर्ट में केवल तारीख ही मिलती है। मैं शकीला पत्नी महेंद्र सिंह बेल्ट नम्बर 2954/त्रत्ररू।अपनी आखिरी इच्छा जाहिर करते हुए आप सभी से निवेदन करती हूं कि मेरे मरने के बाद मेरी नौकरी बड़ी बहन सुनीता को दी जाए और मुझे मिलने वाली रकम मेरे मायके वालों को मिले न की ससुराल वालों को।