Edited By Updated: 13 Feb, 2016 05:10 PM
यूं तो बसंत पंचमी खुशियों और उमंग का त्यौहार है और लोग खासकर बच्चों को इसका सालभर इंतजार रहता है...
करनाल (कमल मिड्ढा): यूं तो बसंत पंचमी खुशियों और उमंग का त्यौहार है और लोग खासकर बच्चों को इसका सालभर इंतजार रहता है, लेकिन यही त्यौहार आमतौर पर आसमान में उड़ते बेजुबान पक्षियों के जीवन पर भारी पड़ता है।
आसमान में उडती पतंगे इन पक्षियों को घायल कर उन्हें जीवन भर के लिए अपंग बना देती है और कई बार तो उनके जीवन पर भी बन आती है। अपनी खुशियों के लिए हम जाने-अनजाने में ही यह भयंकर गलती साल भर साल दोहराते जा रहे हैं। खासकर बसंत पंचमी का दिन तो इनके लिए आफत लेकर आता है।
पतंगों की चाइनेज डोर से घायल ये निरीह और बेजुबान पक्षी आम तौर पर कहीं भी देखे जा सकते है। पतंगों की डोर से गली कुचों में घायल पड़े। इन्ही पक्षियों के लिए हरियाणा के करनाल में स्थित जीवों के मंगलमय संस्थान किसी वरदान से कम नहीं है। यहां पतंगो की डोर में फंस कर घायल हुए। पक्षियों का यहां किसी इंसान की तरह पूरा इलाज किया जाता है।
इलाज के बाद संस्थान कर्मी इन पक्षियों को खुले आसमान में उड़ने के लिए छोड़ देते है। पिछले 2 दिनों के दौरान सैंकड़ों पक्षी बसंत पंचमी के मौके पर यहां पहुंचे, जिनके पंख डोर से कटे हुए थे जिनका इलाज यहाँ किया गया।
संस्थान की केयर टेकर साध्वी अर्पिता ने बताया कि पक्षियों की प्रजातियां धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है, जिसके कारण पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खासकर बसंत पंचमी के दिन बच्चे जो पतंग उड़ाते हैं। उसमे फंसकर ये पक्षी बुरी तरह घायल हो जाते है, जिससे कई बार तो ये मौत का शिकार भी हो जाते है अथवा जीवन भर के लिए उड़ने लायक नहीं रहते।