Edited By Updated: 24 May, 2017 03:50 PM
जब से प्रदेश सरकार ने खेल नीति के तहत मैडल लाने वाले खिलाडिय़ों को हरियाणा पुलिस व अन्य महकमे में नौकरी देने का ऐलान किया है तब से खिलाड़ियों को मैडल व नैशनल लैवल का सर्टीफिकेट देने का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है।
मंडी आदमपुर (भारद्वाज):जब से प्रदेश सरकार ने खेल नीति के तहत मैडल लाने वाले खिलाडिय़ों को हरियाणा पुलिस व अन्य महकमे में नौकरी देने का ऐलान किया है तब से खिलाड़ियों को मैडल व नैशनल लैवल का सर्टीफिकेट देने का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है। हरियाणा व दूसरे राज्यों के कोच आपस में मिलकर इस धंधे को चला रहे हैं। इसमें प्रदेश के सरकारी स्कूलों के डी.पी.ई., पी.टी.आई. के अलावा निजी स्कूलों के खेल अध्यापक शामिल हैं। ऐसा ही खेल आदमपुर में देखने को मिला लेकिन जागरूक लोगों की वजह से इस गिरोह को रातों-रात बोरिया-बिस्तर समेट कर निकलना पड़ा। जानकारी के अनुसार आदमपुर में 21 से 26 मई तक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए कुछ लोगों ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब व हरियाणा के अनेक जिलों से खिलाडिय़ों को बुला रखा था।
इस खेल प्रतियोगिता में कबड्डी, खो-खो, फुटबाल, वालीबाल, बॉक्सिंग के अलावा विभिन्न प्रकार की दौड़ भी रखी गई थी जिसके लिए आदमपुर गांव के खेल स्टेडियम के अलावा दो निजी व एक सरकारी स्कूल के ग्राऊंड मांगे गए। वहीं आदमपुर में सैंकड़ों की तादात में खिलाड़ी भी आ गए और आयोजकों ने उन्हें धर्मशालाओं में भी ठहरा दिया। हालांकि 21 मई की सुबह एक निजी स्कूल में आयोजकों ने कबड्डी और खो-खो के खेल भी करवा दिए तो लोग हैरान रह गए।
उन्होंने खिलाड़ियों से इस बारे में पूछा तो बताया गया कि आदमपुर में नैशनल गेम करवाए जा रहें हैं जबकि ऐसी किसी भी प्रतियोगिता का आदमपुर के किसी भी व्यक्ति को पता तक नहीं था। जब आदमपुर के कुछ जागरूक लोगों ने धीरे-धीरे दूसरे प्रदेशों के खिलाडिय़ों को कुरेदना शुरू किया तो पूरे ड्रामे की परतें एक के बाद एक खुलकर शीशे की तरह सामने आ गईं। इन खिलाड़ियों ने बताया कि उनको यह कहा गया कि आपको नैशनल लैवल का मैडल और सर्टीफिकेट मिलेगा जो सरकारी नौकरी के लिए काम आएगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उनसे 2500 रुपए से लेकर 11000 रुपए तक लिए गए हैं और एक समय का खाना भी देने का वायदा किया गया लेकिन खाना तो दूर की बात है उनको रहने व नहाने के लाले पड़े हुए हैं।