Edited By Shivam, Updated: 21 Jul, 2018 10:39 PM
मोरनी हिल्स के लवली गेस्ट हाउस में एक 22 वर्षीय युवती के साथ 40 लोगों द्वारा गैंगरेप मामले में पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पंचकूला अस्पताल सूत्रों से एक अन्य खुलासा हुआ है कि महिला...
पंचकूला (धरणी): मोरनी हिल्स के लवली गेस्ट हाउस में एक 22 वर्षीय युवती के साथ 40 लोगों द्वारा गैंगरेप मामले में पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पंचकूला अस्पताल सूत्रों से एक अन्य खुलासा हुआ है कि महिला थाने की एएसआई सरस्वती के हस्ताक्षरयुक्त यह अंकित किया हुआ है कि दी गई शिकायत से यह मामला मनी माजरा थाना का होना पाया गया। दूसरी तरफ इस मामले में सस्पेंड हुई महिला थाना की एएसआई सरस्वती के मोबाइल पर महिला थाना प्रभारी से वाट्सएप पर हुयी बातचीत वायरल हुई है।
मोरनी गैंग रेप मामले की पीड़ित जब पंचकुला पुलिस के पास मदद को पहुंची तो जिले में कोई पीसीआर उपलब्ध नहीं थी, इसका खुलासा महिला कर्मचारी के व्हाट्सएप्प मैसेज से हुआ है। जब कण्ट्रोल रूम ने महिला थाने की पुलिस को पीसीआर उपलब्ध ना होने की बात कही थी।
सस्पेंड एएसआई सरस्वती ने दिखाए स्क्रीनशाट में साफ है कि सरस्वती ने इस केस की जानकारी महिला थाना एसएचओ राजेश कुमारी को दी थी, लेकिन एसएचओ राजेश कुमारी ने मनीमाजरा (चंडीगढ़) पुलिस से बात करने की बात कही थी।
इस मामले में महिला थाने की एसएचओ की सीधे तौर पर लापरवाही सामने आई है, वहीं पुलिस कंट्रोल रुम में हर वक्त गाड़ी होने का दावा किया जाता है, लेकिन उस वक्त पीड़िता को कंट्रोल रुम से कोई सहायता नहीं मिल पाई। इन स्क्रीनशॉट को सच मानें तो सरस्वती ने एसएचओ राजेश कुमारी को मामले की जानकारी दी थी और महिला एसएचओ राजेश कुमारी ने सरस्वती से कहा कि चंडीगढ़ (मनीमाजरा) पुलिस से बात करें।
वायरल वाट्सएप मैसेजिस की प्रमाणिकता कितनी है यह पुलिस के आला अधिकारियों के लिए भी जांच का विषय है? सरस्वती ने इस बारे मीडिया के सामने भी आई व् अपने व्हाट्सएप्प पर महिला थाना की एसएचओ के साथ हुई बातचीत को दिखाया है, एक शिकायत भी दी है। सरस्वती ने कहा है कि जब मैंने महिला थाना एचएचओ राजेश कुमारी को सारी जानकारी दे दी थी तो उसे क्यों सस्पेंड किया गया है?
क्या कहते हैं डीसीपी पंचकूला
पंचकुला डीसीपी राजेन्द्र कुमार मीणा का कहना है कि आईपीएस अधिकारी अंशु सिंगला के नेतृत्व में बनी एसआईटी द्वारा जो मोबाईल के स्क्रीन शाट आए हैं उनकी भी जांच होगी। अगर महिला थाना प्रभारी दोषी हुई तो उन पर कार्रवाई होगी। वाट्सएप मेसेज वायरल करने की भी जांच होगी।