Edited By Isha, Updated: 07 Jul, 2024 05:00 PM
यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में हुई बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी का जलस्तर अधिकतम 39205 क्यूसेक दर्ज किया गया। पानी अधिक आने से सिंचाई विभाग ने बैराज के सभी गेट खोल दिए।
यमुनानगर: यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में हुई बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी का जलस्तर अधिकतम 39205 क्यूसेक दर्ज किया गया। पानी अधिक आने से सिंचाई विभाग ने बैराज के सभी गेट खोल दिए। साथ निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया। बैराज से छोड़ा गया पानी 72 घंटे बाद देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगा।
शुक्रवार रात यमुना नदी के कैचमेंट एरिया व पहाड़ाें में अच्छी बारिश हुई। जिससे बैराज पर यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। सुबह 10871 क्यूसेक पानी था। जो 11 बजे तक 39205 क्यूसेक दर्ज किया गया। इस मानसून में बैराज से पहली बार यमुना नदी में 9835 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा पश्चिमी नहर में 16510 क्यूसेक व यूपी की पूर्वी यमुना नहर में 3010 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
सिंचाई विभाग के एसडीओ नवीन रंगा ने बताया कि जब हथिनीकुंड बैराज पर एक लाख क्यूसेक पानी दर्ज किया जाता है तो पूर्वी और पश्चिमी यमुना नहरों को बंद कर सारा पानी यमुना नदी में छोड़ दिया जाता है। एक लाख क्यूसेक पानी होने पर मिनी फ्लड घोषित कर दिया जाता है, अभी ऐसी स्थिति नहीं आई है। उन्होंने बताया कि ढाई लाख क्यूसेक पानी आने पर फ्लड घोषित कर दिया जाता है। अभी मानसून की बरसात शुरू हुई है इसलिए आने वाले दिनों में यह पानी बढ़ता हुआ दिखाई देगा।