Edited By Saurabh Pal, Updated: 21 Mar, 2024 04:50 PM
लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश में 16 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। तमाम कायदे कानून को जमीनी स्तर पर फलीभूत करने के लिए बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी तक को सरकारी तंत्र के अनुसार काम करने की बड़ी जिम्मेवारी मिली है....
कैथल(जयपाल): लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश में 16 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। तमाम कायदे कानून को जमीनी स्तर पर फलीभूत करने के लिए बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी तक को सरकारी तंत्र के अनुसार काम करने की बड़ी जिम्मेवारी मिली है। परंतु कैथल की बात करें तो आचार संहिता की पालना कहीं भी होती नहीं दिखाई दे रही।
नेता भी अपने आप को रेस में आगे दिखाने के लिए मीडिया के माध्यम से कई बार कार्यालय का प्रचार प्रसार और उद्घाटन दिखा चुके हैं। सड़कों पर लोकसभा प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों के प्रचार प्रसार वाली गाड़ियां सरपट दौड़ती हुई नजर आ रही हैं। बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर के जनता को मोहित करने के लिए खूब स्लोगन लिखे हुए हैं। लेकिन जिन कंधों पर जिम्मेवारी है आचार संहिता का पाठ पढाने की और लोगों को कायदे कानून पर चलाने की, उनको कानों कान खबर ही नहीं के उनके यहां लोकसभा के लिए कार्यालय भी चलाए जा रहे हैं।
जब कैथल के एक बड़े अधिकारी से बातचीत की गई के कितने लोगों ने परमिशन के लिए अप्लाई किया है तो उनका कहना है कि अभी तक कोई परमिशन के लिए भी नहीं आया है। जबकि कैथल में लोकसभा के लिए राजनीतिक दलों ने कार्यालय खोल दिए हैं और उन्होंने अपना प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है।
वहीं कैथल के एसडीएम ब्रह्म प्रकाश से जब इन बारे में बातचीत की गई तो उनका वही रटा रटाया जवाब आया कि आचार संहिता की पालना के लिए सभी को दिशा निर्देश दे दिया गया है। सभी सरकारी स्थान सरकारी बिल्डिंग, पब्लिक स्थान से स्लोगन, बोर्ड, पेंटिंग्स हटाने के बारे सभी को निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद हमारे पास सूचना आई थी के पोस्टर होर्डिग बैनर हटा दिए गए हैं। गांव स्तर पर बीडीओ अपनी टीम के साथ सक्रिय हैं और शहर में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व सेक्रेटरी लगे हुए हैं। किसी भी तरीके से नियम व कायदे कानून की अवहेलना नहीं होने दी जाएगी।
गाड़ियों की व कार्यालय के परमिशन के बारे में सवाल के जवाब में एसडीएम ब्रह्म प्रकाश ने बताया कैथल में किसी भी राजनीतिक दल ने कार्यालय गाड़ी वगैरह की परमिशन के लिए अप्लाई नहीं किया है, और ना ही कोई कोड आफ कंडक्ट की अवहेलना वाला मामला हमारे संज्ञान में आया है। हमारी जानकारी के मुताबिक कोई ऐसा कार्यालय कैथल में नहीं चल रहा है।
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